नई दिल्ली: कोरोना संकट से जूझ रहे देश में प्रधानमंत्री मोदी के जनता कर्फ़्यू के आह्वान को सफल बनाने के लिए रेलवे ने बड़ा फ़ैसला किया है. शनिवार रात 12 बजे से रविवार रात 10 बजे के बीच शुरू होने वाली सभी ट्रेनें रद्द रहेंगी. जो ट्रेनें पहले से चल रही हैं और शनिवार रात 12 बजे तक अपने गंतव्य स्थान को नहीं पहुंच पाई हैं उन्हें अपने गंतव्य स्टेशन तक जाने दिया जाएगा.


सबअर्बन ट्रेनों के यात्रियों की अत्यधिक भीड़ इकट्ठी होने की परिस्थिति में स्थानीय प्रसाशन को ट्रेन चलाने का अधिकार होगा. रविवार से सभी रेलवे स्टेशनों पर फ़ूड प्लाज़ा, रिफ़्रेशमेंट रूम, जन आहार और सेल किचेन बंद रहेंगे. सभी ऑन बोर्ड केटरिंग सर्विस भी बंद रहेंगी. यात्रियों की मांग पर चाय बिस्कुट प्रदान किया जाएगा.


अतिआवश्यक परिस्थितियों में स्थानीय स्तर पर रेलवे प्रसाशन इसमें छूट ले सकेगा. जनता कर्फ़्यू के दौरान भी जिन लम्बी दूरी की ट्रेनों और इंटरसिटी ट्रेनों में बहुत अधिक भीड़ होती हो उन्हें चलाने का निर्णय सम्बंधित ज़ोनल रेलवे अपने विवेक से ले सकता है.


भारतीय रेलवे कोरोना वायरस के चलते गैर-जरूरी यात्रा पर रोक लगाने के मकसद से अबतक 245 ट्रेनें रद्द कर चुका है. गौरतलब है कि पीएम मोदी ने कल राष्ट्र को संबोधित करते हुए कोरोना वायरस से निपटने के लिये रविवार को 'जनता कर्फ्यू' का अनुपालन करने की अपील की थी.


पीएम मोदी ने कहा था, ''मैं आज प्रत्येक देशवासी से एक और समर्थन मांग रहा हूं. ये है जनता-कर्फ्यू. जनता कर्फ्यू यानि जनता के लिए, जनता द्वारा खुद पर लगाया गया कर्फ्यू. इस रविवार, यानि 22 मार्च को, सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक, सभी देशवासियों को, जनता-कर्फ्यू का पालन करना है.''


तो क्या चीन से करीबी और पर्यटकों की आवभगत इटली, ईरान को पड़ गई महंगी?


Coronavirus: दीपेन्द्र हुड्डा और जितिन प्रसाद ने खुद को किया आइसोलेट