नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में हो रही ऑक्सीजन की कमी के बाद अब सेना के बेस हॉस्पिटल में भी आने वाले दिनों में ऑक्सजीन की कमी की आशंका बन गई है. ऐसा इसलिए क्योंकि दिल्ली सरकार ने बेस हॉस्पिटल के ऑक्सजीन का कोटा घटा दिया है. हालांकि, सेना का कहना है कि ऑक्सजीन की कमी नहीं हो पाएगी, लेकिन सेना ने इस बाबत रक्षा मंत्रालय को सूचित कर कोटा कम होने की जानकारी दे दी है. आपको बता दें कि एक-दो दिन पहले ही दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने रक्षा मंत्री को पत्र लिखकर राजधानी में कोरोना के खिलाफ जंग में सेना की मदद मांगी थी.  


सूत्रों की मानें तो दिल्ली सरकार ने दिल्ली कैंट स्थित बेस हॉस्पिटल की ऑक्सजीन की सप्लाई में कटौती कर दी है. दरअसल, बेस हॉस्पिटल को रोजाना 3.4 एमटी ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है. इसके बावजूद, अभी तक बेस हॉस्पिटल को रोजाना 01 मैट्रिक टन (एमटी) ऑक्सीजन की सप्लाई हो रही थी. लेकिन मंगलवार से बेस हॉस्पिटल का कोटा और घटाकर 0.42 एमटी कर दिया गया है. इसीलिए सेना ने इस बाबत रक्षा मंत्रालय को ‘एसओएस-मैसेज’ भेजा है. सूत्रों की मानें तो अब सेना इस बेस हॉस्पिटल के लिए हरिद्वार के करीब एक प्लांट से भी ऑक्सीजन मंगवा रही है, ताकि मरीजों के लिए ऑक्सीजन की किसी भी तरह से किल्लत ना हो.


हालांकि, अभी तक दिल्ली सरकार का इस मामले पर कोई पक्ष नहीं आया है, लेकिन सेना की पश्चिमी कमान ने आधिकारिक जानकारी दी है कि बेस हॉस्पिटल में “पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की सप्लाई हो रही है.” वेस्टर्न कमान ने कहा कि “हम सभी सैनिकों, पूर्व-फौजियों और उनके आश्रितों को भरोसा दिलाना चाहते हैं कि उनकी लगातार मदद करते रहेंगे.” 


आपको बता दें कि सेना के दिल्ली कैंट स्थित बेस हॉस्पिटल में कुल 650 बेड हैं, जिसमें 450 पर ऑक्सजीन की सुविधा है. इसके अलावा 35 आईसीयू बेड्स हैं.  


गौरतलब है कि रविवार को ही दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को चिठ्ठी लिखकर राजधानी में कोरोना से जंग लड़ने में सेना की मदद मांगी थी. मनीष सिसोदिया ने चिठ्ठी में लिखा था कि जिस तरह से सेना की मदद से डीआरडीओ ने एयरपोर्ट के करीब कोविड हॉस्पिटल शुरू किया है, इस तरह के और सैन्य-अस्पताल खोले जाएं, ताकि ज्यादा से ज्यादा कोविड पीड़ित मरीजों का इलाज किया जा सके.


आपको यहां पर ये भी बता दें कि दिल्ली हाई कोर्ट में भी इस बात पर सुनवाई हो रही है कि राजधानी मे सेना को भी कोरोना के खिलाफ जंग में उतार दिया जाए.