मुंबई: एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने फेसबुक लाइव के जरिए महाराष्ट्र की जनता को संबोधित किया. शरद पवार ने कहा, '' एक तरफ देश पूरी तरह से चिंता में है. कोरोना हमारे यहां बढ़ रहा है. दिल्ली से जानकारी मिली कि यह अलग-अलग जगह बढ़ रहा है. कई तरह की सूचना सीएम उद्धव ठाकरे और राजेश टोपे की ओर से दी गई है. सिर्फ 10 प्रतिशत लोग अब भी नहीं मान रहे है कि सोशल डिस्टेंस रखना है. इसलिए अगर जरूरत हुई तो आर्मी की मदद ली जा सकती है.''
पवार ने कहा कि दिल्ली की मरकज में जो हुआ उसके बाद सब लोग अपने-अपने गांव गए हैं इससे खतरा बढ़ रहा है. तब्लीकी जमात के कार्यक्रम को टालना चाहिए था, लेकिन टाला नहीं गया. उन्होंने कहा कि नमाज घर में पढ़ें एक साथ कहीं जमा नहीं हों. जो निजामुद्दीन में हुआ यहां नहीं हो. सभी एक साथ नहीं रहें. अलग-अलग रहें. किसी के घर नहीं जाएं.
पवार ने लोगों की जरूरतों और डॉक्टरों के काम के बारे में कहा कि कोरोना का प्रमाण बढ़ा है. पुलिस और डॉक्टर रात दिन काम कर रहे हैं. सभी को इसका ख्याल रखना चाहिए. कुछ डॉक्टर अपनी क्लीनिक बंद कर रहे हैं. ऐसा नहीं करें. वह ओपीडी शुरू कर लोगों का इलाज करें.
शरद पवार ने गरीबों को दिक्कत ना हो इसको लेकर कहा कि 1 अप्रैल को मरीजों की मदद के लिए कई योजनाएं तैयार की हैं. जो लोग यहां नहीं रहते उनके लिए 817 कैम्प लगाए गए हैं. 64170 लोगों को इसका फायदा हो रहा है. इनके रहने और खाने का इंतिजाम किया गया है. 817 जगहों पर सरकार ने खाने का इंतजाम किया है. जिनके पास राशन कार्ड नहीं है अगर उनका नाम मतदान लिस्ट में ऐसे लोगों को राशन दिया जाएगा. जो एनजीओ मदद कर रहे हैं उनको मैं धन्यवाद देता हूं.
किसानों के बारे में पवार ने कहा कि किसान और सभी लोग इस वक्त परेशान हैं. ऐसी परिस्थिति में सरकार काम कर रही है. उन्होंने कहा कि बैंकों ने अपने वसूली की तारीख बढ़ाई है लेकिन अभी तक बैंक में लिखा नहीं होने की वजह से परेशानी हो रही है.
ये भी पढ़ें-
WHO ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की, कोरोना संकट के दौरान उठाए कदमों को बताया बेहतरीन
इंदौरः हेल्थ स्टाफ पर हमला करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज, ABP न्यूज ने दिखाई थी खबर