नई दिल्ली: दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ऑपरेशन शील्ड के ज़रिए कोरोना का हॉटस्पॉट बने दिलशाद गार्डन में संक्रमण फैलने से रोकने में सफलता हासिल हुई थी. इसी ऑपेरशन शील्ड के तहत दो और कंटेन्मेंट एरिया वसुंधरा एनक्लेव और खिचड़ीपुर में भी पिछले 15 दिनों में कोरोना का कोई नया मामला नहीं सामने नहीं आया है. कोरोना के पॉज़िटिव मामले सामने आने के बाद इन दोनों जगहों को 31 मार्च को सील कर दिया गया था. फिलहाल यहां कोविड-19 का कोई नया मामला सामने नहीं आया है.


ग़ौरतलब है कि मंसारा अपार्टमेंट, वसुंधरा एन्क्लेव में 1 पॉजिटिव मरीज मिला था. ये व्यक्ति कोरोना पॉज़िटिव पाए जाने से पहले अपार्टमेंट परिसर में सार्वजनिक जगहों पर गए थें. जिसके चलते 31 मार्च को इस इलाके को सील कर दिया गया था. इसके बाद ऑपेरशन शील्ड के तहत दिल्ली सरकार ने अपार्टमेंट में 188 घर का डोर-टू-डोर चेकअप कराया था. इसी तरह खिचड़ीपुर की 3 गलियों में 2 पॉजिटिव मरीज़ मिले थे. ये एक घनी आबादी वाला इलाका है जिसमें कोरोना का संक्रमण फैलने का खतरा काफी ज्यादा था. पॉज़िटिव मरीज़ मिलने के बाद 31 मार्च को इलाकों को सील कर दिया गया. और 398 घरों में स्वास्थ्य टीमों ने डोर-टू-डोर सर्वे किया.


इन दोनों ही इलाको में संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए ऑपरेशन शील्ड के सभी पहलुओं को पूरी तरह से लागू किया गया था. जिसके तहत सीलिंग, होम क्वारंटीन, आइसोलेशन और ट्रेसिंग, डोर स्टेप डिलीवरी, स्थानीय सेनेटाइजेशन और डोर-टू-डोर स्वास्थ्य जांच की गई. दरअसल दिल्ली के जिन इलाकों में 3 या 3 से ज्यादा कोरोना पॉज़िटिव मामले मिलते हैं तो सरकार उस कॉलोनी को सील कर देती है, इसे ही कंटेन्मेंट एरिया या रेड ज़ोन कहा जाता है. सील इलाके में रहने वाले लोगों को बाहर नहीं जाने दिया जाता ताकि संक्रमण बाहर न फैले.


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