Coronavirus: कोरोना मरीजों के इलाज के लिए बाबा विश्वनाथ ने खोला अपना खजाना
कोविड मरीजों को ऑक्सीजन, उनके घरों तक दवा और मेडिकल उपकरण पहुंचाने का काम मंदिर की तरफ़ से हो रहा है. साथ ही बाबा विश्वनाथ मंदिर के सेवादार कोविड मरीजों की दिन रात सेवा में लगे हैं.
नई दिल्ली: कोरोना से देश भर में कोहराम मचा है. ऑक्सीजन की एक एक सांस के लिए संघर्ष जारी है. ऑक्सीजन के बिना लोग सड़क पर तो कहीं एंबुलेंस में ही दम तोड़ रहे हैं. हर तरफ़ बेड से लेकर दवा तक की मारामारी मची है. ऐसे में सोशल मीडिया में लगातार सवाल उठ रहे हैं कि ज़िंदगी बचाने में लगे लोगों की मंदिर क्या मदद कर रहा है? ऐसे संकट के दौर में वाराणसी के विश्वनाथ मंदिर ने ज़रूरतमंदों के लिए अपना पट खोल दिया है. मंदिर का चढ़ावा अब भक्तों के काम आ रहा है. वाराणसी के लोगों की जीवन रक्षा के लिए मंदिर ने अपना ख़जाना ख़ोल दिया है.
कोविड मरीजों को ऑक्सीजन, उनके घरों तक दवा और मेडिकल उपकरण पहुंचाने का काम मंदिर की तरफ़ से हो रहा है. साथ ही बाबा विश्वनाथ मंदिर के सेवादार कोविड मरीजों की दिन रात सेवा में लगे हैं. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास कि तरफ से दान दाताओं से प्राप्त चढ़ावे से कोरोना संकट काल में मानव सेवा का काम किया जा रहा है.
बनारस की पहचान ही बाबा विश्वनाथ से है. काशी के लोगों के लिए वे सुख दुख के साथी हैं. विश्वनाथ महादेव सबका कल्याण करते हैं. इसी लोकमंगल की भावना के तहत श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने मानव कल्याण के लिए अपना खजाना खोल दिया है. बाबा ने अपने भक्तों को कोविड से बचाने के लिए अपने कोष के प्रयोग की अनुमति दी है. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि विश्वनाथ मंदिर में आये चढ़ावे के पैसों को कोविड महामारी के समय कोरोना पीड़ितों के इलाज के लिए खर्च किया जा रहा है.
दीनदयाल अस्पताल में लगे ऑक्सीजन प्लांट में दान दाता के अलावा जो भी अतिरिक्त खर्च आ रहा है वह खर्च भी ट्रस्ट उठा रहा है. इसके अलावा कोरोना में इस्तमाल होने वाली दवाओं की किट, होमी भाभा कैंसर अस्पताल में मेडिकल उपकरण व बीएचयू में संविदा पर 3 कर्मचारी भी मंदिर की ओर से भेजे गए हैं. देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग हैं विश्वनाथ महादेव.