जम्मू: जम्मू प्रसाशन ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए अब शहर में सार्वजिनिक ट्रांसपोर्ट को तत्काल प्रभाव से रोक दिया है. वहीं, सरकारी कर्मचारियों और आपातकाल स्थिति में यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एसआरटीसी की बसें सड़कों पर दौड़ेगी.
जम्मू शहर में कोरोना वायरस के 4 मामले पॉजिटिव आये है और इस वायरस के संदिग्ध मरीज़ों की संख्या भी बढ़ रही है. ऐसे में जम्मू प्रशासन ने लोगो को सोशल डिस्टेसिंग यानि सामाजिक दूरी बनाये रखने की अपील की थी. कोरोना वायरस को फैलने से रोकने और लोगो की भीड़ न जमा होने देने के मक़सद से अब जम्मू में सार्वजिनिक ट्रांसपोर्ट को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है.
जम्मू के डीएम की और से शुक्रवार को जारी आदेश में कहा गया है कि ज़िले में सार्वजिनिक तौर पर इस्तेमाल किये जाने वाले सभी यातायात के साधनों जिनमे बस, मेटाडोर और मिनी बस भी शामिल हैं के चलने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाती है. इस आदेश में यह भी कहा गया है कि शहर के कुछ रूटों पर सरकारी कर्मचारियों कर आपातकाल में यात्रा कर रहे यात्रियों के लिए एसआरटीसी की बसें चलाई जाएगी. इन बसों में उन्ही सरकारी कर्मचारियों को बैठाया जायेगा जो अपना सरकारी आई कार्ड दिखाएगा. इसी के साथ ही शहर में ऑटो रिक्शा और टैक्सियों को इस शर्त पर चलने की इजाज़त दी गई है कि इनमें एक समय पर तीन से अधिक यात्री नहीं बैठाए जायेंगे.
गावों का रुख कर रहे हैं जम्मू के लोग
बता दें कि कोरोना वायरस से बचने के लिए जम्मू में लोग अब वापस अपने गांव का रुख करने लगे हैं. शहर में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे और स्कूलों में हुई छुट्टियों के चलते लोग गांव में बने अपने घरों की तरफ जाने लगे हैं. आंकड़ों पर नज़र डालें तो जम्मू शहर में सामने आ रहे कोरोना वायरस के मामलो के बजाय गांव में इस बीमारी का इतना प्रकोप नहीं है. गांव पहुंच रहे यह लोग शहर की भागदौड़ और प्रदूषण से दूर गांव में खेतों और बाग़ बगीचों में ताज़ी हवा के बीच खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं.
डॉक्टरों की मानें तो कोरोना को रोकने के लिए भीड़ भाड़ वाले इलाकों से दूर रहना ज़रूरी है और इसी लिए प्रशासन इन दिनों सोशल डिस्टेसिंग को प्रभावी बनाने के लिए कई आदेश जारी कर रहा है.
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Coronavirus के कहर से बचने के लिए जम्मू में लोग कर रहे हैं गावों का रुख, भीड़ भाड़ वाले इलाकों से हो रहे हैं दूर