भारत में कोरोना संक्रमण मामलों में तेजी से हो रही वृद्धि के बीच हरियाणा के रोहतक से राहत भरी खबर आ रही है. PGI रोहतक ने शोध में पाया है कि हेपेटाइटिस C की दवा से कोरोना का इलाज किया जा सकता है. PGI रोहतक के डॉक्टर प्रवीण मल्होत्रा ने बताया, "हमें इसके अच्छे नतीजे को लेकर बड़ी उम्मीद है. हेपेटाइटिस C की दवा पहले से ही नेशनल वायरल हेपेटाइटिस कंट्रोल प्रोग्राम के तहत हर राज्य में मुहैया कराई जा रही है. हम ट्रायल के कामयाब होने की कामना करते हैं."़


क्या हेपेटाइटिस C की दवा से होगा कोरोना का इलाज?


उन्होंने दावा किया कि हेपेटाइटिस C के वायरस और कोरोना के वायरस एक जैसे होते हैं. दोनों ही वायरस की बनावट एक जैसी होती है. दोनों को RNA वायरस के तौर पर जाना जाता है. उनके दावे का आधार 15 मरीजों पर किया गया शोध है. उन्होंने कहा, "हम मार्च से मरीजों पर नजर रखे हुए थे. इस दौरान हमारी उत्सुकता का केंद्र मरीजों में कोरोना के लक्षण को लेकर था. चार महीनों में 1500 मरीजों का विश्लेषण किया गया. विश्लेषण के बाद कोई भी मरीज ऐसा नहीं मिला जिसके अंदर कोरोना संक्रमण के लक्षण आए हों या उससे उसका इलाज कराना पड़ा है. ये हमारी शोध का एक अप्रत्यक्ष सबूत है कि हेपेटाइटिस C की दवा से कोरोना का इलाज किया जा सकता है."


रोहतक PGI ने शोध के हवाले से किया बड़ा दावा


कोरोना महामारी संकट का समाधान निकालने की पूरी दुनिया में कोशिश जारी है. वैज्ञानिक और शोधकर्ता जल्द से जल्द किसी वैक्सीन या दवा विकसित करने के काम में जुटे हैं. जिससे दुनिया में संक्रमित आबादी को मौत के चंगुल से बचाया जा सके. हालांकि कई कंपनियों की वैक्सीन मानव परीक्षण तक पहुंचने में कामयाब रही हैं. फिलहाल वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभाव पर अभी ज्यादा लोगों पर ट्रायल किया जा रहा है. आपको बता दें कि हेपेटाइटिस C की दवा को कोविड-19 के इलाज में इस्तेमाल किए जाने की मान्यता नहीं मिली है. विशेषज्ञों का कहना है कि बिना डॉक्टरों की सलाह के दवा का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए.


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