नई दिल्ली: कोरोना वायरस को लेकर विवादित बयान देने वाले सपा के पूर्व सांसद रमाकांत यादव के खिलाफ शनिवार को पुलिस ने जनता को गुमराह करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया. पूर्व सांसद ने शुक्रवार को पार्टी कार्यालय पर कथित बयान दिया था कि सरकार पूरे देश में एनआरसी, सीएए, बेरोजगारी, महंगाई आदि मुददों से ध्यान भटकाने के लिए कोरोना की अफवाह फैला रही है ताकि लोग डरकर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन न करें. पूर्व सांसद ने कोरोना को एक छलावा बताया था.
उनके इस बयान को गंभीरता से लेते हुए डीआईजी रेंज, आज़मगढ़, सुभाष चंद्र दुबे के आदेश पर सिधारी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है. डीआईजी दुबे ने बताया कि जहां एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पूरा देश इस महामारी को लेकर गंभीर हैं, सतर्कता बरती जा रही है, वहीं रमाकांत यादव का यह बयान जनता को भ्रमित और गुमराह करने वाला है.
रमाकांत यादव ने आगे कहा कि दुनिया में कोरोना हो सकता है लेकिन भारत में नहीं हो सकता. उन्होंने दावा किया कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति को वो गले लगाने को तैयार हैं, एक मीटर की दूरी रखने की ज़रूरत नहीं है. गौरतलब है कि तमाम स्वास्थ्य संगठनों ने कोरोना से बचाव के लिए लोगों से 1 मीटर की सामाजिक दूरी बनाए रखने की अपील भी की है.
बता दें कि देश में कोरोना से संक्रमित मरीजों की तादाद 271 पहुंच गई है. पिछले 24 घंटे में करीब 50 नए मामले सामने आए हैं. इन आंकड़ों से साफ है कि देश में कोरोना वायरस अब तेजी से पैर पसार रहा है. देश में कोरोना वायरस अभी दूसरी स्टेज पर है. लेकिन जिस तरह से संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है, उसे देखकर लग रहा है कि भारत में कोरोना कभी भी तीसरी स्टेज में एंन्ट्री कर सकता है.
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