नई दिल्ली: हिंद महासागर में भारत के पड़ोसी मालदीव में भी कोरोना मामलों का ग्राफ बढ़ रहा है और इसकी चपेट में 14 भारतीय भी आ गए हैं. मालदीव में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 220 को पार कर गया है. इस बीच माले स्थित भारतीय दूतावास इस द्वीप देश में मौजूद भारतीय नागरिकों तक मदद पहुंचाने में लगा है. इस कड़ी में एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करने वाले 100 में से 4 भारतीयों के कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद घबराए कामगारों तक मदद पहुंचाई जा रही है.


हालांकि कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच मालदीव में मौजूद कई भारतीय कामगारों की नौकरी का भी संकट गहरा गया है. ऐसे में मालदीव में मौजूद सभी भारतीयों को दूतावास ने आगाह किया है कि अगर बीमारी के कारण उन्हें नौकरी से निकाला जाता है तो वो इसकी शिकायत मालदीव के श्रम विभाग के पाल दर्ज कराएं.


पड़ोसी मुल्क मालदीव की सहायता सुनिश्चित करने के लिए भारत ने करीब 15 करोड़ डॉलर की करेंसी स्वॉप सुविधा मुहैया कराई है. यह मदद जुलाई 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मालदीव यात्रा के दौरान 400 मिलियन डॉलर की आर्थिक सहायता के लिए हुए समझौते का हिस्सा है. कोरोना हालात से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए भारत ने करेंसी स्वैप की सुविधा उपलब्ध कराई है.


गौरतलब है कि 15 मार्च को हुई सार्क नेताओं की वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह ने आग्रह किया था कि पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था वाले उनके मुल्क के लिए यह संकट बड़ी आर्थिक चुनौती भी है. ऐसे में सार्क कुनबे के साथी देशों को इसमें मदद करना चाहिए ताकि मालदीव जैसी कमजोर अर्थव्यवस्थाओं को इस संकट से उबरने में सहायता मिले.


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