लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण के मामलों की संख्या सोमवार को बढ़कर 4511 हो गयी. इस संक्रमण की वजह से अबतक राज्य में 112 लोगों की मौत हुई है. प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने कहा, ''प्रदेश में कोरोना वायरस के सक्रिय संक्रमण के 1763 मामले हैं. कुल 2,636 लोग उपचारित हो चुके हैं यानी सक्रिय संक्रमण के आंकड़े से करीब 900 अधिक लोग उपचारित हुए हैं. संक्रमण के कुल मामले 4,511 हैं और 112 लोगों की अब तक इस संक्रमण से मौत हुई है.''


प्रसाद ने बताया कि रविवार को 6,247 नमूनों की जांच की गयी है. पिछले कुछ दिनों से छह हजार से अधिक नमूनों की रोजाना जांच की जा रही है. पूल टेस्टिंग (एक साथ कई नमूनों को मिलाकर की गई जांच)में रविवार को 512 पूल लगाये गये और इनमें से 46 पूल पॉजिटिव निकले.


उन्होंने बताया कि 1,978 लोगों का अस्पतालों में (पृथक वार्ड) इलाज चल रहा है. अब तक 65 लाख पांच हजार से अधिक घरों में तीन करोड़ 23 लाख से अधिक लोगों का सर्वेक्षण किया गया और लक्षण पाये जाने पर उन्हें जांच की सलाह दी गयी है.


प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में प्रवासी कामगार लगातार आ रहे हैं. अगर जांच के बाद बाद वे लक्षणरहित हैं तो उन्हें 21 दिन के लिए घर में ही पृथकवास में रखा जा रहा है. अगर लक्षण हैं तो जांच कराकर सात दिन के लिए पृथकवास केंद्र पर रखा जाता है और पुन: परीक्षण में निगेटिव पाये जाने पर 14 दिन के लिए घर पर पृथकवास में रखा जाता है.


उन्होंने कहा कि प्रवासी कामगारों और श्रमिकों की निगरानी में ग्राम निगरानी और मोहल्ला निगरानी समितियां पूरी मजबूती से कार्य कर रही हैं और सुनिश्चित कर रही हैं कि प्रवासी घरों पर ही रहें. प्रमुख सचिव ने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं ने चार लाख 11 हजार से अधिक प्रवासी श्रमिकों एवं कामगारों का सर्वेक्षण किया है और 466 लोगों में कोरोना वायरस से जुडे कोई ना कोई लक्षण पाये गये. उनके नमूने लेकर जांच की जा रही है.


उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप का लगातार उपयोग हो रहा है और स्वास्थ्य विभाग के नियंत्रण कक्ष से अब तक 17, 447 लोगों के फोन किया गया है. इनमें से 109 लोगों को पृथकवास में रखा गया है जबकि 18 लोग कोरोना से संक्रमित पाये गये . उन्हें अस्पतालों में दाखिल कराया गया. इनमें से चार लोग पूर्णतया उपचारित हो चुके हैं.






ये भी पढ़े.