नई दिल्ली: केंद्र सरकार लॉकडाउन को आगे बढ़ाने पर विचार कर रही है. सरकार के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक लॉकडाउन को आगे बढ़ाने का निर्णय सरकार मंत्री समूह की रिपोर्ट और देशभर में इस पर काम कर रही एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर लेगी. कई राज्य सरकारों की तरफ से केंद्र सरकार को अब तक लॉकडाउन आगे बढ़ाने की सिफारिशें मिल चुकी हैं. कोरोना महामारी से निपटने के लिए लॉकडाउन को 14 अप्रैल के बाद भी जारी रखा जाए इसका मतलब है कि 14 अप्रैल के बाद भी लॉकडाउन जारी रह सकता है.
आपको बता दें महाराष्ट्र उत्तर प्रदेश तेलंगाना राजस्थान दिल्ली जैसे राज्य केंद्र सरकार से लॉकडाउन को आगे बढ़ाने की अपील कर चुके हैं. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के के चंद्रशेखर राव ने प्रधानमंत्री से चिट्ठी लिखकर सिफारिश की है की लॉकडाउन को आगे बढ़ा दिया जाए. केसी राव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, " इस महामारी से निपटने के लिए लॉकडाउन को आगे बढ़ाया जाना चाहिए. हम व्यवसाय और व्यापार दोबारा से शुरू कर सकते हैं. व्यापार को पुनः समृद्ध कर सकते हैं लेकिन जीवन दोबारा नहीं लौटाया जा सकता और जीवन बचाने के लिए लॉकडाउन को आगे बढ़ाना जरूरी है."
सरकार के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक लॉकडाउन 15 दिन के लिए बढ़ाया जा सकता है, यानी कि 14 अप्रैल से बढ़ाकर से 30 अप्रैल तक किया जा सकता है. सरकार के पास लॉकडाउन को बढ़ाने के कई प्लान है...
पहला- पूरे देश में लॉकडाउन को अभी की तरह जारी रखा जाए
दूसरा -कोरोना के हॉटस्पॉट इलाकों पर लॉकडाउन को जारी रखा जाए, लेकिन इन इलाकों में ना तो बाहर से किसी को आने की और ना ही इन इलाकों से बाहर जाने की किसी को इजाजत होगी.
तीसरा- उन प्रदेशों को लॉकडाउन रखा जाए जहां पर प्रति 10 लाख व्यक्ति आबादी के हिसाब से दो से ज्यादा कोरोना पाए गए हैं.
चौथा- उन राज्यों को लॉकडाउन से बाहर रखा जाए जहां पर प्रति दस लाख व्यक्ति एक से कम कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं.
हालांकि सूत्रों के मुताबिक आखरी फैसला देशभर में कोरोनावायरस की समीक्षा के बाद 12 या 13 अप्रैल को मंत्री समूह की बैठक और सिफारिश के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ही लेगा.
आपको बता दें लॉकडाउन नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत लागू किया गया है. 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की थी लॉकडाउन 21 दिन का घोषित किया गया था जो कि 14 अप्रैल को खत्म हो रहा है. इस बीच देश में कोरोना महामारी के सामने आने वाले मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ना शुरू हो गई है, और इसकी बड़ी वजह निजामुद्दीन मरकज के जलसे में शामिल हुए तबलीगी जमात कि लोग हैं जिन्होंने देश भर में अलग-अलग स्थानों पर जाकर संक्रमण को फैला दिया है.
अब तक तबलीगी जमात से जुड़े डेढ़ हजार से ज्यादा लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. सरकार की चिंता इन्हीं लोगों ने बढ़ा दी है. सरकार की कोशिश है कि देश भर में फैले तब्लीगी जमात के लोगों की पहचान करके उनको जल्द से जल्द क्वॉरन्टीन किया जा सके.
फिलहाल देशभर में कोरोना मामलों में आई तेजी की वजह से सभी राज्य सरकारें चिंतित है और यही चिंता केंद्र सरकार की भी है और इसलिए सरकार के सर्वोच्च सूत्र बता रहे हैं कि केंद्र सरकार लॉक डाउन को आगे बढ़ाने पर गंभीरता से विचार कर रही है.
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