नई दिल्ली: दुनिया में कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. अब तक इस वायरस से एक लाख 91 हजार 788 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं 27 लाख से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हैं. इसके साथ ही 7 लाख 49 हजार 666 लोगों ने इस वायरस को मात देने में कामयाबी पाई है. इसी बीच चीन की एक कंपनी ने इस वायरस के किए एक वैक्सीन बनाई है और इसके ट्रायल के लिए पाकिस्तान से इजाजत मांगी है. हालांकि पाकिस्तान सरकार ने इस पर अब तक कोई फैसला नहीं लिया है.
देश में क्या है स्थिति
देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या आज बढ़कर 23452 हो गई. शाम के करीब साढ़े पांच बजे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 1752 नए मामले आए हैं और 37 लोगों की मौत हुई है. मौत के कुल आंकड़ों को देखें तो COVID 19 से 723 लोगों की मौत हुई है और 4814 मरीज ठीक हो चुके हैं.
पाकिस्तान में जुलाई तक 2 लाख हो सकती है कोरोना मरीजों की संख्या : डब्ल्यूएचओ
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि अगर इसी समय से कुछ बेहद जरूरी सुरक्षा उपायों पर सख्ती से अमल नहीं किया गया तो पाकिस्तान में जुलाई के मध्य तक कोरोना मरीजों की संख्या दो लाख तक पहुंच सकती है. पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि डब्ल्यूएचओ के प्रमुख डॉ. ट्रेडोस एडहानोम ने कहा है कि पाकिस्तान में कोरोना पहले ही 115 जिलों तक फैल चुका है. अगर कोरोना वायरस को रोकने के लिए प्रभावी उपाय तत्काल नहीं किए गए तो देश में जुलाई के मध्य तक इस बीमारी के मरीजों की संख्या के दो लाख तक पहुंचने का अंदेशा है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और कई अन्य नेता यह आशंका जाहिर कर चुके हैं कि मई के मध्य से पाकिस्तान में कोरोना संकट और गहरा सकता है. इसके बावजूद देश में लॉकडाउन में कई तरह की ढील, विशेषकर धार्मिक आधार पर, दी जा रही है.पाकिस्तान में शुक्रवार शाम तक कोरना के पुष्ट मामलों की संख्या 11513 हो चुकी थी। इसकी चपेट में आकर अब तक 242 लोग दम तोड़ चुके हैं.
सबसे ज्यादा प्रभावित 10 देश
Source- https://www.worldometers.info/coronavirus/
हम वैक्सीन बनाने के बेहद करीब : ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका कोविड-19 संक्रमण की वैक्सीन बनाने के बेहद करीब है. मीडिया ने इस बात की जानकारी दी. अमेरिका, जर्मनी, ब्रिटेन और चीन में होने वाले वैक्सीन टेस्ट्स पर ध्यान देने के बाद व्हाइट हाउस में डेली ब्रीफिंग के दौरान ट्रंप ने कहा, "हम वैक्सीन के बेहद करीब हैं. हमारे पास इस पर काम करने वाले बेहद कमाल के, शानदार दिमाग वाले लोग हैं."
उन्होंने आगे कहा, "दुर्भाग्य से हम टेस्टिंग के बहुत करीब नहीं हैं क्योंकि जब परीक्षण शुरू होता है तो इसमें कुछ समय लगता है, लेकिन हम इसे पूरा कर लेंगे."
पोम्पिओ का आरोप, चीन को नवंबर से ही वायरस के बारे में पता था
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने आरोप लगाया है कि चीन को शायद वायरस के बारे में नवंबर से ही पता था. इसी के साथ उन आरोपों को एक बार फिर बल मिला है कि चीन वायरस की जानकारी देने को लेकर पारदर्शी नहीं रहा है.
पोम्पिओ ने एक साक्षात्कार में कहा, “आप याद करें तो इस तरह के पहले मामले के बारे में चीन को संभवत: नवंबर में ही पता चल गया था और मध्य दिसंबर तक तो निश्चित तौर पर.”
उन्होंने रेडियो प्रस्तोता लैरी ओकोन्नोर से कहा, “उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) समेत विश्व में किसी और को इस बारे में बता पाने में बहुत देर की.”
पोम्पिओ ने कहा कि अमेरिका को चीन के वुहान शहर में पैदा हुए सार्स-सीओवी-2 वायरस के मूल नमूने के साथ ही और अधिक सूचनाओं की दरकार है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सैन्य कमांडर्स को दिए निर्देश, कोरोना वायरस से लड़ने के साथ साथ ऑपरेशनली भी रहें तैयार