रांचीः दुनिया के साथ साथ अब भारत में भी कोरोना वायरस का संकट गहराता जा रहा है. देश में कोरोना वायरस से मरीजों की संख्या आज बढ़कर 1613 हो गई. इनमें से अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है और 148 लोग ठीक हुए हैं. हैरान करने वाली बात यह है कि झारखंड की राजधानी रांची में मलेशिया की एक 22 वर्षीय महिला में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है.
स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने बताया कि मलेशिया से यह महिला 17 मार्च को यहां आयी थी. रांची के मुस्लिम बहुल हिंदपीढ़ी इलाके की बड़ी मस्जिद से उसे 16 अन्य विदेशियों और सात भारतीय लोगों के साथ रविवार को हिरासत में लेकर यहां खेल गांव में बनाये गये पृथक केन्द्र में रखा गया था. मलेशिया मूल की यह महिला अपने पति के साथ आयी थी.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि हिरासत में लिये गये सभी विदेशियों और अन्य लोगों के नमूने जांच के लिए भेजे गये थे जिसमे मलेशिया की यह महिला संक्रमित पाई गई है. बताया जा रहा है कि महिला अपने पति के साथ धर्म प्रचार के लिए यहां आयी थी और कहा जा रहा है कि है वह दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात में शामिल होने के बाद यहां 17 मार्च को पहुंची थी.
रांची के उपायुक्त राय महिमापत रे ने संक्रमण की पुष्टि करते हुए बताया कि जिस इलाके से महिला को हिरासत में लिया गया वहां मंगलवार शाम से धारा 144 कड़ाई से लागू कर दी गयी है और किसी को भी बाहर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है.
रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनीस गुप्ता ने बताया कि जिन लोगों को हिंदपीढ़ी की मस्जिद से रविवार की रात हिरासत में लिया गया था उनमें मलेशिया से आठ, ट्रिनिडाड-टोबैगो और ब्रिटेन से 6 लोग शामिल हैं. इसके साथ ही दो लोग केरल से भी आये थे.
इस बीच यहां राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डाक्टर दिनेश कुमार सिंह ने भी इस मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि मलेशिया की इस महिला को मंगलवार की रात को पूरी व्यवस्था के साथ रिम्स के 100 बेड के विशेष कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया है.
उपायुक्त महिमापत रे का कहना है कि फिलहाल महिला के तबलीगी जमात से लौटने की बात की पुष्टि नहीं की है. उनका कहना है कि इस मामले की जांच की जा रही है. इसके साथ ही रे ने बताया कि प्रशासन ने पांच ऐसे घरों का पता लगा लिया है, जहां 17 विदेशी कुछ दिनों से रह रहे थे. इन सभी घरों को सील कर वहां रहने वाले लोगों की जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि इसके अलावा यह पता लगाया जा रहा है कि इन लोगों के संपर्क में कौन कौन लोग आये थे.
दिल्ली: तब्लीगी जमात के मरकज से लोगों को निकालने का काम 24 घंटे बाद खत्म, जगह को सील किया गया