नई दिल्ली: कोरोना महामारी की चुनौती से उपजे स्वास्थ्य और आर्थिक संकट से देश को उबारने के मद्देनजर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी में एक परामर्श समिति गठित की है. ये समिति हालिया मुद्दों पर विचार विमर्श कर विभिन्न मामलों पर पार्टी की राय तय करने में अहम भूमिका निभाएगी. ग्यारह सदस्यों की परामर्श समिति की अध्यक्षता पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह करेंगे, पार्टी के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला को इसका समन्वयक बनाया गया है. इस समूह में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी हैं.


कांग्रेस के नव गठित परामर्श समिति के अन्य सदस्य हैं केसी वेणुगोपाल, पी चिदंबरम, मनीष तिवारी, जयराम रमेश, प्रवीण चक्रवर्ती, गौरव वल्लभ, सुप्रिया श्रीनेत और रोहन गुप्ता.


परामर्श समिति के लिए जारी की गई कांग्रेस की प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि "पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक परामर्श समिति का गठन किया है. ये समिति तकरीबन रोजाना ऑनलाईन बैठक कर ताजा मुद्दों पर विचार करेगी और तमाम मुद्दों पर पार्टी की राय तैयार करेगी".


प्रेस विज्ञप्ति में कोरोना महामारी का जिक्र नहीं है लेकिन इस समिति में बारे में स्थिति साफ करते हुए पार्टी के एक उच्चस्तरीय सूत्र ने बताया कि "ये समिति कोरोना महामारी की वजहसे उपजे हालात के मद्देनजर गठित की गई है. कोरोना महामारी की चुनौती बड़ी है. अर्थव्यवस्था पर इसका काफी बुरा असर पड़ने वाला है. ऐसे में मुख्य विपक्षी दल के तौर पर कांग्रेस की नैतिक जिम्मेदारी है कि वो कोरोना से लड़ने और भविष्य की रूपरेखा को लेकर सरकार को सुझाव दे कि कौन से कदम उठाने चाहिए."


नई समिति के एक सदस्य ने इसके बारे में बात करते हुए एबीपी न्यूज को बताया कि ये बेहद अहम फैसला है. इससे बड़े और अहम मुद्दों पर सबकी राय और गंभीर चर्चा के जरिए पार्टी का रुख तय होगा. उन्होंने कहा, "फिलहाल सबसे अहम कोरोना से लड़ाई है जिसमें केन्द्र सरकार नाकाम साबित हो रही है. कोरोना का अर्थव्यवस्था पर बेहद बुरा असर पड़ने वाला है. इन तमाम मुद्दों पर हम नियमित चर्चा करेंगे. इसके अलावा भी आगे अन्य जरूरी मुद्दों पर भी बात होगी. सबसे महत्वपूर्ण है कि ये समिति रोज चर्चा करेगी."


इस समिति की एक अहम बात ये है कि इसमें ग्यारह में से चार युवा चेहरे हैं. मसलन कांग्रेस सोशल मीडिया विभाग के प्रमुख रोहन गुप्ता, डाटा विभाग के प्रमुख प्रवीण चक्रवर्ती, पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ और सुप्रिया श्रीनेत. दोनों प्रवक्ता आर्थिक मुद्दों पर अच्छी पकड़ रखते हैं.