नई दिल्ली: कोरोना से निपटने का आसमानी हथियार!! यह हथियार बनकर है तैयार. हम बात कर रहे हैं उस ड्रोन की जिसके जरिए कोरोना वायरस से निपटने के लिए कई अहम कदम उठाए जा सकते हैं. यह ड्रोन दिल्ली में एक निजी कंपनी चलाने वाले प्रशांत और सागर ने तैयार किया है. इस ड्रोन की मदद से दूर से ही कोरोना संक्रमित व्यक्ति या कोरोना संक्रमित संदिग्ध व्यक्ति की पहचान भी की जा सकती है.


ड्रोन की मदद से 15 से 20 मीटर की दूरी से ही पता लग जाएगा शरीर का तापमान


प्रशांत सागर ने जो ड्रोन तैयार किया है उसकी खासियत यह है कि वह 15 से 20 मीटर की ऊंचाई से ही किसी भी शख्स का बॉडी टेंपरेचर रिकॉर्ड कर सकता है, जिससे यह पता चल सकता है कि कहीं उस शख्स में कोरोना का कोई शुरुआती लक्षण तो नहीं. अब तक सामने आ रही जानकारी के मुताबिक कोरोना के शुरुआती लक्षण में शरीर का तापमान बढ़ना एक अहम लक्षण माना गया है. अमूमन अभी तक शरीर का तापमान देखने का यह काम थर्मल गन की मदद से किया जा रहा था लेकिन उस गन में टेंपरेचर रिकॉर्ड करने के लिए किसी भी दूसरे शख्स को उस व्यक्ति के पास आना पड़ता है जिसका टेंपरेचर रिकॉर्ड किया जा रहा है. लेकिन इस ड्रोन की मदद से अब 15 से 20 मीटर की दूरी और ऊंचाई से ही किसी भी शख्स के शरीर का तापमान पता लगाया जा सकता है.


ड्रोन सैनिटाइजर का छिड़काव करने में भी असरदार


ये ड्रोन सिर्फ ऊंचाई से शरीर का तापमान पता लगाने में ही नहीं बल्कि जगह-जगह सैनिटाइजर का छिड़काव करने में भी काम आता है. इसमें ऐसा टैंक लगाया गया है जिसमें सैनिटाइजर भरा जा सकता है और उसके बाद ड्रोन जिन जिन इलाकों के ऊपर से उड़ेगा वहां पर वह सैनिटाइजर का छिड़काव किया जा सकता है. इससे किसी भी शख्स को हॉटस्पॉट के ज्यादा नजदीक जाने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी और दूर से ही सैनिटाइज करने का काम भी पूरा हो जाएगा.


ड्रोन की मदद से घर बैठे ही पहुंचाया जा सकता है जरूरत का सामान


इस ड्रोन को तैयार करने वाले प्रशांत और सागर की मानें तो इसमें उन्होंने ऐसा इंतजाम भी किया हुआ है कि अगर किसी भी शख्स को या किसी भी जरूरतमंद को कोई दवाई या कुछ सामान चाहिए और उसका इलाका सील है तो घर बैठे उसको वह सामान ड्रोन की मदद से पहुंचाया जा सकता है. यानी कि उसके सामान की होम डिलीवरी हो सकती है फिर चाहे वह जरूरत का सामान हो या फिर हो दवा.


कोरोना से लड़ाई में ड्रोन बन सकता है अहम हथियार


इसके साथ ही इस ड्रोन का इस्तेमाल पूरे इलाके पर निगरानी रखने के लिए तो किया ही जा सकता है. जिसका फिलहाल दिल्ली में दिल्ली पुलिस इस्तेमाल कर भी रही है. लेकिन प्रशांत और सागर ने जो ड्रोन बनाया है उसकी खासियत यह है कि यह कोरोना से संक्रमित इलाकों में भी प्रभावी तरीके से काम में आ सकता है. हालांकि अभी तक किसी भी एजेंसी ने यह ड्रोन लेने की हामी तो नहीं भरी है लेकिन इस ड्रोन को बनाने वाले सागर और प्रशांत की कोशिश जरूर है कि इस ड्रोन का इस्तेमाल कोरोना से लड़ाई में किया जा सके.


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