महाराष्ट्र में कोरोना वायरस ने एक बार फिर लोगों की चिंता बढ़ा दी है. इसकी चपेट में हर दिन करीब 1000 लोग आ रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले दस दिनों में किए गए सर्वे में भारत में सबसे ज्यादा कोरोना वायरस वाले 19 जिलों में से 15 जिले महाराष्ट्र में हैं और ये परेशान करने वाली बात है. कोरोना के प्रकोप को रोकने के लिए कई जगहों पर लॉकडाउन लगाया जा रहा है. वहीं पुणे में कोरोना के 26,218 मामले सामने आए हैं जबकि मुंबई में 11,859 मामले पाए गए. वहीं 19 जिलों में 26,218 मामले पाए गये हैं.
केंद्रीय टीम का बयान
महाराष्ट्र का दौरा करने के बाद एक केंद्रीय टीम की रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लोग कोरोना से बचने के लिए नियमों का पालन सही से नहीं कर रहे हैं. वहीं केंद्रीय टीम की रिपोर्ट के आधार पर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने महाराष्ट्र सरकार को एक पत्र लिखा जिसमें कहा गया है कि नाइटकर्फ्यू, वीकएंड पर लॉकडाउन जैसे उपाय के अलावा राज्य में और सख्ती करने की जरूरत है.
महाराष्ट्र के मुख्य सचिव को लिखा गया पत्र
महाराष्ट्र के मुख्य सचिव सीताराम कुंटे को लिखे एक पत्र में भूषण ने कहा कि भले ही स्वास्थ्य ढांचा अभी भी पर्याप्त है लेकिन राज्य को पर्याप्त नेतृत्व समय के साथ बेहतर स्थिति के लिए योजना बनाकर तैयार रहना चाहिए. 7-11 मार्च के बीच राज्य का दौरा करने वाली केंद्रीय टीम ने अपनी रिपोर्ट में अनुमान लगाया है कि प्रशासनिक तंत्र को अगस्त और सितंबर 2020 में स्थापित किया गया था.
इसे भी पढ़ें
दिल्ली को मिला अपना शिक्षा बोर्ड, दिल्ली बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन को आधिकारिक तौर पर कराया गया रजिस्टर