दिल्ली: शराब की दुकानों पर जुटी भीड़, हैवी ट्रैफिक के चलते नहीं मिल पाया ई-टोकन, अब सरकार का होम डिलीवरी पर विचार
दिल्ली सरकार ने शराब की बिक्री के लिए ई-टोकन सिस्टम को शुरू किया था. लेकिन वेबसाइट पर ट्रैफिक होने की वजह से यह खुल ही नहीं पाई. जिससे लोगों को ई-टोकन नहीं मिल पाया. आज सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को शराब को ऑनलाइन बेचने और होम डिलीवरी सर्विस के बारे में कहा है. सरकार इस पर विचार कर रही है.
नई दिल्लीः दिल्ली सरकार शराब की बिक्री के लिए ई-टोकन सिस्टम की शुरुआत कर चुकी है. फिर भी शुक्रवार को शराब की दुकानों पर लाइनें और भीड़ दिखी. दरअसल, दिल्ली सरकार ने ई-टोकन के लिए बेवसाइट www.qtoken.in बनाई थी, हैवी ट्रैफिक के चलते इसका सर्वर बैठ गया. दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि सरकार लॉकडाउन में होम डिलीवरी के माध्यम से बिना संपर्क में आए शराब बिक्री के विकल्प पर भी विचार कर रही है.
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को दिल्ली सरकार से दुकानों में भीड़ के कारण कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन अवधि के दौरान गैर-प्रत्यक्ष संपर्क या ऑनलाइन बिक्री और शराब की होम डिलीवरी पर विचार करने के लिए कहा. सरकार ने गुरुवार को ई-टोकन सिस्टम को लॉन्च किया, जिससे की लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकान पर भीड़ न लगाए और सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन न करें.
दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि बेवसाइट के साथ कुछ तकनीकी समस्याएं है, जिसे बहुत जल्द ठीक कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा, 'शराब खरीदने के लिए हमने ई-टोकन सेवा शुरू की और साइट के साथ कुछ समस्याएं है, जिसे जल्द ही ठीक कर लिया जाएगा.' कई लोगों ने ई-टोकन के लिए कई बार कोशिश की लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो सकते और ऐसा कई बार हुआ.
ग्राहकों हुई परेशानी
कई ग्राहकों ने कहा कि उनके टोकन में ज्यादा लंबे वक्त की तारीख दी है. कहीं-कहीं शराब की दुकान पर ई-टोकन वालों को भी अलग लाइन लगाने के लिए भी कहा गया. वहीं एक व्यक्ति का पास टोकन होने के बावजूद भी शराब लेने में कठिनाई हुई क्योंकि शराब की दुकान पर बहुत भीड़ थी.