Coronavirus: इन राज्यों में लागू किया गया कर्फ्यू, जानिए कैसा है देश का हाल
कल आधी रात से बंद हो जाएंगी देश के भीतर की सारी हवाई सेवाएं. उच्चस्तरीय समिति कैदियों को पैरोल पर छोड़ने को कर रही है विचार.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के मामलों के सोमवार को बढ़कर 478 तक पहुंच जाने के बीच महाराष्ट्र, पंजाब और पुडुचेरी की सरकारों ने सोमवार को राज्यव्यापी कर्फ्यू लागू कर दिया है. दिल्ली में भी कुछ जरूरी छूट के साथ कर्फ्यू लागू कर दिया गया है. भारत के 23 राज्यों में भी लॉकडाउन कर दिया गया है. साथ ही कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए एयरलाइन भी अपनी सेवाएं कल आधी रात से रोक देगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में कोरोना वायरस के मामले सोमवार को बढ़कर 478 हो गए.
देश में सबसे पहले पंजाब ने सोमवार को पूरे राज्य में कर्फ्यू लगा दिया और इससे केवल आवश्यक सेवाओं को छूट दी गई है जबकि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि सोमवार की मध्य रात्रि से पूरे राज्य में कर्फ्यू लगाया जाएगा. प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘कई लोग अब भी लॉकडाउन को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. कृपया खुद को, अपने परिवार को बचाएं और निर्देशों का गंभीरता से पालन करें. मैं राज्य सरकारों से आग्रह करता हूं कि सुनिश्चित करें कि नियम-कानूनों का पालन हो.’’ ग़ौरतलब है कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर अब 1000 रुपये का फ़ाइन या 6 महीने की सज़ा का प्रावधान कर दिया गया है.
वहीं कोरोना वायरस के प्रसार से उत्पन्न अभूतपूर्व स्थिति से निपटने के लिए प्रयास तेज करते हुए विमानन मंत्रालय ने घोषणा की कि देश में कल आधी रात से किसी भी घरेलू यात्री विमान को उड़ान की अनुमति नहीं होगी. भारत ने रविवार से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर एक हफ्ते के लिए रोक लगा रखी है. झारखंड और नगालैंड ने राज्यव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की है जबकि बिहार, हरियाणा, उत्तरप्रदेश और पश्चिम बंगाल के कई जिलों में इस तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं. केरल, राजस्थान और उत्तराखंड सहित कई राज्यों ने पूरी तरह लॉकडाउन कर रखा है.
चंडीगढ़ में संघशासित प्रशासन ने भी मध्य रात्रि से कर्फ्यू लगाने की घोषणा की है. मुंबई, बेंगलुरू, चेन्नई और राष्ट्रीय राजधानी सहित देश के 80 जिलों में यात्रा एवं आवाजाही पर प्रतिबंध है और अधिकारियों ने 31 मार्च तक सभी यात्री रेलगाड़ियों और अंतरराज्यीय बस सेवाओं को स्थगित कर दिया है. राष्ट्रीय राजधानी में एम्स ने विशिष्ट सेवाओं सहित अपने सभी ओपीडी, सभी नये एवं पुराने मरीजों के पंजीकरण को 24 मार्च से अगले आदेश तक बंद करने का निर्णय किया है क्योंकि यह अपने संसाधनों को कोविड-19 पर नियंत्रण में लगाएगा.
क़ैदियों को कोरोना से बचाव को दी जा सकती है पैरोल
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद् (आईसीएमआर) ने कहा कि सोमवार की सुबह दस बजे तक 18 हजार 383 नमूनों की जांच की गई. कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण जेलों में भीड़भाड़ कम करने के प्रयास के तहत उसने यह निर्देश जारी किया है. इसने कहा कि दोषी करार दिए गए या सात वर्ष जेल तक की सजा वाले कैदियों को पैरोल दिया जा सकता है. अदालत ने आदेश दिया कि कैदियों की रिहाई के लिए उच्चस्तरीय समिति को राज्य कानूनी सेवाएं अधिकारी के साथ विचार-विमर्श कर काम करना चाहिए.
प्रधानमंत्री मोदी ने मीडिया की भूमिका की प्रशंसा की
मोदी ने कहा, ‘‘संवाददाताओं, कैमरामैन और टेक्निशियन के अथक प्रयास देश के लिए महान सेवा है. मीडिया को सकारात्मक संदेशों के साथ भय एवं निराशावाद को दूर करना चाहिए. कोविड-19 बहुत बड़ी चुनौती है और इससे नये एवं अन्वेषी समाधानों से निपटना चाहिए. एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक मोदी ने महामारी के खतरे की गंभीरता को समझने के लिए मीडिया को धन्यवाद दिया और जागरूकता फैलाने में समाचार चैनलों की भूमिका की प्रशंसा की.
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