(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Coronavirus: दिल्ली सरकार की कोरोना स्थिति पर पैनी नजर- सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रहने के निर्देश, प्रिकॉशन डोज पर जोर
Covid-19: दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने कहा कि अस्पतालों में भर्ती कोरोना मरीजों की संख्या से पता चलता है कि प्रिकॉशनरी डोज लेने वाले लोग संक्रमण से ज्यादा सुरक्षित हैं
Delhi Govt on Coronavirus: दिल्ली में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामलों में कमी देखने को मिली है. दो सप्ताह पहले जहां पॉजिटिविटी रेट 16 से 17 फीसदी था, वहीं अब यह घटकर 10 से 12 फ़ीसदी है. खास बात यह है कि कोविड-19 वैक्सीन की प्रिकॉशनरी (बूस्टर) डोज लगाने वाले लोगों में वायरस का संक्रमण अन्य लोगों की तुलना में कम है.
अस्पताल में भर्ती होने वाले 90 फीसदी कोरोना संक्रमित मरीज ऐसे है, जिन्होंने केवल वैक्सीन (Vaccine) की दो डोज ली है. वहीं, सिर्फ 10 फीसदी मरीज ही वैक्सीन की तीसरी डोज (Precaution Dose) के बाद कोरोना वायरस से संक्रमित हुए. ऐसे में कोरोना से दिल्लीवालों को सुरक्षित रखने के लिए दिल्ली सरकार ने वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज कर दी है. इसी कड़ी में मंगलवार को कोविड वैक्सीनेशन में तेजी लाने के लिए डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और जिलाधिकारियों के साथ बैठक की.
दिल्ली में कोविड-19 वैक्सीनेशन को लेकर हुई बैठक
कोविड-19 को लेकर बैठक में मौजूद मुख्य सचिव नरेश कुमार ने जिलाधिकारियों को मेट्रो स्टेशन, बाजार, मॉल, जैसी भीड़-भाड़ वाली जगहों पर लगाए जाने वाले वैक्सीनेशन कैंप की स्थिति जानने के लिए ग्राउंड पर जाने के निर्देश दिए. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली सरकार कोरोना की स्थिति पर अपनी पैनी नजर बनाए हुए है. पहले से ही हमने अपने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को पूरी तरह से दुरुस्त कर लिया है. साथ ही सभी अस्पतालों को भी अलर्ट रहने को कहा गया है.
बूस्टर डोज लेने वाले कितने सुरक्षित?
मनीष सिसोदिया ने आगे कहा कि हालांकि, अब लोगों में लापरवाही देखने को भी मिल रही है और ये देखा गया है कि बहुत से लोग प्रिकॉशनरी डोज नहीं ले रहे हैं. अस्पतालों में भर्ती होने वाले कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या से पता चलता है कि प्रिकॉशनरी डोज लगाने वाले लोग कोरोना के संक्रमण से ज्यादा सुरक्षित है. अस्पताल में भर्ती होने वाले 90 फीसद कोरोना संक्रमित मरीज ऐसे मरीज हैं, जिन्होंने केवल वैक्सीन की दो डोज ली है. वहीं, सिर्फ 10 फीसद मरीज ही वैक्सीन की तीसरी डोज के बाद कोरोना संक्रमित हुए. इससे ये बात साफ है कि प्रिकॉशनरी डोज लगाने वाले लोग कोरोना के संक्रमण से ज्यादा सुरक्षित है.
प्रिकॉशन डोज लेने पर जोर
डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने लोगों से जल्द से जल्द वैक्सीन की बूस्टर डोज लगवाने की अपील करते हुए कहा कि इलाज से बेहतर रोकथाम है. जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीन नहीं ली है या सिर्फ पहली या दूसरी डोज ही ली है, उन सभी को जल्द से जल्द अपने नजदीकी स्वास्थ्य सुविधा केंद्र में जाकर वैक्सीन लगवाना चाहिए. कोरोना के प्रसार को रोकने के प्रिकॉशन डोज लगाना जरूरी है. घर से बाहर निकलते वक्त मास्क पहनकर निकलें, इससे ज़्यादातर मामलों को रोका जा सकता है. इसके अलावा वरिष्ठ नागरिकों से भी अपील है कि अगर आपने अभी तक दूसरी डोज या प्रिकॉशनरी डोज नहीं लगवाई है तो जरूर लगवा लें.
वैक्सीनेशन कैंप की स्थिति जानने के निर्देश
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Deputy CM Manish Sisodia) ने कहा कि भले ही दिल्ली में कोरोना (Corona) की स्थिति सामान्य है, लेकिन इस बीमारी से लोगों को सुरक्षित रखने के लिए दिल्ली सरकार लगातार काम कर रही है. खासकर बूस्टर डोज (Booster Dose) लगाने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है. इसे लेकर सभी जिले के जिलाधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए है. साथ ही वैक्सीनेशन कैंप की स्थिति जानने के लिए ग्राउंड विजिट करने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि कई मोहल्ला क्लीनिकों में भी वैक्सीनेशन (Vaccination) की सुविधा उपलब्ध है. साथ ही लोग अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों पर जाकर वैक्सीन लगवा सकते है क्योंकि कोरोना से लड़ने में वैक्सीन बेहद मददगार है.
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