नई दिल्ली: कोरोना के इस संकट काल में दिल्ली पुलिसकर्मी लगातार लोगों की मदद कर रहे हैं. संकट की इस घड़ी में दिल्ली पुलिस ने मानवता का जो परिचय दिया है वो काबिले तारीफ है. अपनी जान जोखिम में डालकर पुलिस जिस तरह से कोरोना के इस संकट के बीच सामने आई है इसने लोगों का हौसला भी बढ़ाया है. यही वजह है कि पुलिस के काम को खूब सराहा भी जा रहा है. डयूटी के दौरान अब तक करीब 700 पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं लेकिन अच्छी बात ये है कि अब वो ठीक भी हो रहे हैं. जो पुलिसकर्मी कोरोना से जंग जीत कर वापस आ गए हैं वो अब अपना प्लाज़्मा डोनेट कर रहे हैं ताकि लोगों को इस खतरनाक बीमारी से बचाया जा सके.


सब इंस्पेक्टर सचिन लोहिया, कांस्टेबल प्रवीन, कांस्टेबल ओम प्रकाश और कांस्टेबल राय सिंह इन चारों ने प्लाज़्मा डोनेट कर लोगों की जान बचाई है. बल्कि यूं कहे की मानवता का परिचय दिया है. दरअसल ये चारों साउथ ईस्ट दिल्ली के अमर कॉलोनी पुलिस स्टेशन में तैनात हैं. ड्यूटी के दौरान ये चारों कोरोना पॉजिटिव हो गए थे. लेकिन इन्होंने हिम्मत नहीं हारी और कोरोना को मात देकर वापस ड्यूटी जॉइन कर ली. जब जिनको ये जानकारी मिली कि इनके प्लाज़्मा डोनेट करने से किसी की जान बचाई जा सकती है तो इन्होंने बिना देरी किए अपना प्लाज़्मा डोनेट किया और संकट के इस काल में लोगों की जान बचाई.


सब इंस्पेक्टर सचिन लोहिया ने बताया कि प्लाज़्मा डोनेट करने में इन्हें किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं हुई. बल्कि इन्हें इस बात की खुशी है कि इनकी वजह से एक शख्स की जान बच गई. सचिन का कहना है कि ये एक बार फिर प्लाज़्मा डोनेट करने के लिए तैयार हैं.


दरअसल, दिल्ली पुलिस ने अपना एक ग्रुप बनाया हुआ है. उसी ग्रुप से इन्हें जानकारी मिली कि प्लाज़्मा देकर लोगों की जान बचाई जा सकती है और ग्रुप के ही माध्यम से इन्हें पता चला कि प्लाज़्मा कहा और किसे देना हैं? इसके बाद इन चारों में अस्पताल में जाकर प्लाज़्मा डोनेट किया और लोगों की जान बचाई.


इन सभी का ये ही कहना है कि प्लाज़्मा डोनेट करने से कोई कमजोरी नहीं आती है और न ही कोई खतरा होता है. इन सभी की लोगों से अपील है कि जो भी कोरोना की जंग जीत कर ठीक हो गए हैं वो सभी अपना प्लाज़्मा डोनेट करें. इन चारों के इस काम को दिल्ली पुलिस कमिश्नर और साउथ ईस्ट के डीसीपी आर पी मीणा ने खूब सराहा है और इन सभी की पीठ भी थपथपाई है.


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