Coronavirus: जानिए, क्या सबको मास्क पहनने की जरूरत है ?
मैक्स हॉस्पिटल में इंटरनल मेडिसिन की डॉक्टर मीनाक्षी जैन का कहना है कि हर समय मास्क नहीं पहनना चाहिए. उन्होंने ये भी बताया है कि मास्क पहनने का और निकालने का भी तरीका होता है.
नई दिल्ली: इन दिनों कोरोना वायरस का खौफ हर तरफ फैला हुआ है. अब तक कुल 30 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें 16 विदेशी भी शामिल हैं. इन मामलों के सामने आने के बाद लोग लगातार मेडिकल स्टोर्स मास्क खरीदने पहुंच रहे हैं. वहीं कई जगहों पर लोग मास्क पहने नजर आ जाते हैं. लेकिन क्या सबको मास्क पहनने की जरूरत है. डॉक्टरों के मुताबिक सबको मास्क पहनने की जरूरत नहीं है.
देश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया के मुताबिक सभी लोगो को मास्क पहनने की जरूरत नहीं. डॉक्टर रणदीप गुलेरिया का कहना है "दो टाइप के मास्क हैं, सर्जिकल मास्क और N95 मास्क. N95 मास्क उन लोगों को पहनने की जरूरत है, जो मरीज को देख रहे हैं. डॉक्टर जो आईसीयू में काम कर रहे हैं या जो कारोना वायरस के सस्पेक्ट हैं या ट्रीटमेंट करवा रहे हैं. जिनको जुकाम बुखार या खांसी है, वो भी मास्क पहन सकते हैं, ताकि उनके करीबियों को ये बीमारी न हो."
डॉक्टर गुलेरिया के मुताबिक हर किसी को हर समय और हर जगह मास्क पहनने की जरूरत नहीं है. अगर आप किसी भीड़भाड़ वाले इलाके में जाते हैं, जैसे बाजार, ट्रेन, मेट्रो, ऐसी जगहों पर, तो आप साधारण मास्क जिसे सर्जिकल मास्क भी कहा जाता है वह पहन सकते हैं. डॉक्टर गुलेरिया के मुताबिक, "रूटीन में मास्क पहनने का कोई फायदा नहीं है. आप घर में हैं, वायरस कहीं घूमकर आएगा नहीं, ये समझना जरूरी है की वायरस है, वो ड्रोपलेट इंफेक्शन है. कोई अगर खांसेगा तो ज्यादा से ज्यादा 2 मीटर तक ही जाएगा, उसके आगे नहीं बढ़ेगा. अगर आप साफ जगह बैठे हैं, तो ऐसा नहीं है की वायरस कहीं से आकर आपको अटैक करेगा. कुछ लोग सोचते हैं की हम अस्पताल में हैं, तो हमें इंफेक्शन हो जाएगा. ये सही नहीं है. वायरस सिर्फ दो मीटर तक ही फैल सकता है." मैक्स हॉस्पिटल में इंटरनल मेडिसिन की डॉक्टर मीनाक्षी जैन के मुताबिक हर समय मास्क नहीं पहनना चाहिए. उनके मुताबिक मास्क पहनने का एक तरीका होता है और मास्क निकालने का भी तरीका होता है. मास्क को पूरी तरह से नाक से लेकर मुंह तक कवर होना चाहिए और निकालने का भी तरीका है. N95 जैसे मास्क उन लोगों को पहनने चाहिए, जो इस समय संक्रमित लोगों के आस पास हैं या उनका इलाज कर रहे हैं. उस दौरान पूरा मास्क उनके नाक और मुंह को कवर करना जरूरी है. डॉ मीनाक्षी जैन यह भी बताती हैं, "अगर आप मास्क पहनते भी हैं तो उसे सही से डिस्पोज यानी सही तरीके से फेंकना भी जरूरी है. ताकी उसमें से किसी और को वो बीमारी ना फैले."
डॉक्टर के मुताबिक आसपास सफाई रखना बहुत जरूरी है. लगातार हाथ धोना सबसे जरूरी है. मुंह-आंख और नाक को छूने से बचना चाहिए. अगर किसी की तबीयत खराब है. उसे सर्दी जुकाम या बुखार है, तो उसे मास्क पहनना चाहिए, ताकि हंसते हुए सलाइवा का ड्रॉपलेट किसी को संक्रमित ना कर सके. आपके आसपास के लोग उससे संक्रमित ना हो.