नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक के दौरान सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने अपनी मांग सामने रखी. लेकिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र के कई फैसलों को लेकर आपत्ति भी जताई. ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र हर रोज कई सारी गाइडलाइन भेजता है. उन्होंने कहा कि हम इसे पढ़ने और फॉलो करने में थक जाते हैं.


ममता बनर्जी ने क्या कहा?


* केंद्र के गाइडलाइंस को पढ़ने और लागू करने में थक गए हैं
* केंद्र की चिट्ठी सार्वजनिक होना संघीय ढांचे का उल्लंघन
* लॉकडाउन पर फैसले का अधिकार राज्यों को मिले
* राज्यों को फैसले की सिर्फ जानकारी ना दी जाए
* केंद्र पर बकाया 61 हजार करोड़ का जल्द भुगतान हो
* ट्रेन के संचालन में सावधानी बरती जाए, अन्यथा कोरोना का खतरा बढ़ सकता है.


लॉकडाउन पर राज्य करे फ़ैसला


ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर ये आरोप लगाते हुए भी निशाना साधा कि लॉकडाउन पर एकतरफ़ा फ़ैसला लेकर राज्यों को केवल सूचित कर दिया जाता है. उन्होंने मांग की कि लॉकडाउन बढ़ाने या उसमें बदलाव का फ़ैसला करने का अधिकार राज्य सरकारों को मिलना चाहिए क्योंकि राज्य जमीनी हक़ीकत से वाकिफ रहते हैं. ममता ने कहा कि कोरोना के ख़िलाफ लड़ाई केंद्र और राज्यों को मिलकर लड़ना पड़ेगा.


बंगाल के बकाए का हो भुगतान


ममता बनर्जी ने बैठक में बंगाल के बकाए पैसे का भुगतान जल्द करने की भी मांग की. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार पर पश्चिम बंगाल का करीब 61000 करोड़ रुपए का बक़ाया है. इसमें जीएसटी और अन्य करों का हिस्सा शामिल है.


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