नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीते रोज़ देश की राजधानी को लॉकडाउन करने का एलान किया था. साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि सोमवार से दिल्ली में सभी धर्मस्थल बंद रहेंगे. अब सीएम केजरीवाल के इस फैसले का असर जामिया नगर और शाहीन बाग की मस्जिदों पर दिखा है. यहां की तमाम मस्जिदों से फज्र यानी सुबह की पहली नमाज के वक्त से ही एलान किया जा रहा है कि नमाज़ी घर पर ही नमाज़ पढ़ें, मस्जिद न आएं.


जामिया नगर और शाहीन बाग के इलाकों में दर्जनों मस्जिदें हैं. इन तमाम मस्जिदों के इमाम और मस्जिदों की देख रेख करने वालों की तरफ से लगातार एलान किया जा रहा है कि भीड़ न लगे, इसलिए अपने अपने घरों पर ही नमाज़ पढ़ी जाए.


मस्जिदों में हो रही है नमाज़
हालांकि ऐसा नहीं है कि इन इलाकों की मस्जिदों में नमाज़ नहीं हो रही है. नमाज़ हो रही है, लेकिन बाहरी किसी शख्स को मस्जिद में नमाज़ पढ़ने से मना किया जा रहा है. मस्जिद में इमाम के अलावा मोअज़्ज़िन और वहां रहने वाले कमेटी से जुड़े कुछ लोग ही नमाज़ अदा कर रहे हैं. इसके अलावा कुछ मस्जिदों के साथ मदरसे भी हैं, जिस वजह से मदरसे में पढ़ाने वाले शिक्षक और वहां पढ़ने वाले छात्र मस्जिद में नमाज़ अदा कर रहे हैं.


शाहीन बाग और ज़ाकिर नगर जैसे इलाकों की कई मस्जिदों के इमाम लोगों से घरों में रहने की भी अपील कर रहे हैं. कोरोना वायरस से इस जंग में इन मस्जिदों के इमाम की तरफ से सकारात्मक रवैया देखने को मिला है.


आपको बता दें कि दुनिया के सैंकड़ों देशों की तरह हिंदुस्तान भी नोवल कोरोना वायरस की चपेट में है. इस महामारी से लड़ने के लिए केंद्र सरकार के साथ-साथ तमाम राज्य सरकारें लोगों को इकट्ठा होने से रोकने के लिए बड़े कदम उठा रही हैं. सीएम केजरीवाल ने भी लोगों से लॉकडाउन में सहयोग करने की अपील की है. शाहीन बाग और जामिया नगर जैसे इलाकों की मस्जिदों में इस अपील का असर साफ देखने को मिल रहा है.


गौरतलब है कि अब तक देश में कोरोना के संक्रमित लोगों की संख्या 478 हो गई है. इनमें से 9 लोगों की मौत हो चुकी है और 24 लोग ठीक होने के बाद घर लौट चुके हैं.