नई दिल्ली: कोरोना महामारी का असर इस बार गणतंत्र दिवस की परेड पर भी देखने को मिलेगा. रक्षा मंत्रालय ने कोवि़ प्रोटोकॉल के मद्देनजर 26 जनवरी को नई दिल्ली में होने वाली गणतंत्र दिवस परेड के लिए प्रोटोकॉल फाइनल किया गया है. ऐसा शायद इतिहास में पहली बार हो रहा है कि परेड का समापन लाल किले पर नहीं होगा. परेड विजय चौक से शुरू होकर नेशनल स्टेडियम में खत्म होगी. परेड की दूरी को भी 8.2 किमी से घटाकर 3.3 किमी कर दिया गया है.


किए गए हैं ये बदलाव
नए प्रोटोकॉल के अनुसार, परेड देखने आने वाले लोगों को सभी कोविड नियमों का पालन करना होगा साथ ही मार्च करने वाले और परेड में हिस्सा लेने वाले सभी लोगों के लिए मास्क पहनना जरूरी होगा. इस बार परेड करने वाले दलों की भव्यता पर भी असर पड़ेगा. क्योंकि हर दल में अब 144 की जगह सिर्फ 96 सदस्य होंगे. दर्शकों की संख्या 1,15,000 से घटाकर 25,000 कर दिया गया है. पहले के मुकाबले सांस्कृतिक कार्यक्रम भी कम ही होंगे. 15 साल से कम उम्र के बच्चों को आने की इजाजत नहीं है.


ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन होंगे मुख्य अतिथि
गणतंत्र दिवस पर ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन मुख्य अतिथि होंगे. पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 जनवरी, 2021 को गणतंत्र दिवस समारोह के लिए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को मुख्य अतिथि बनने का न्योता दिया था.


फोन पर बातचीत के दौरान जॉनसन को पीएम मोदी ने यह निमंत्रण दिया था. इस न्योते को जॉनसन ने स्वीकार कर लिया. ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने इसकी पुष्टि की है. राब ने कहा, ''हमारे प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भारत के गणतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है.''


इसके बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का देश के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होने का निमंत्रण स्वीकार करना भारत एवं ब्रिटेन के संबधों में नए युग का प्रतीक होगा.


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