(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
देश के सबसे प्रभावशाली मुस्लिम संगठन के चीफ मौलाना राबे नदवी की अपील, 'सरकार की मुहिम का साथ दें'
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए धार्मिक, सामाजिक संस्थाएं भी प्रयास कर रही हैं.मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने मस्जिदों में प्रार्थना को लेकर विशेष हिदायत जारी की है.
लखनऊ: कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए सामाजिक और धार्मिक संस्थाएं लोगों से एहतियात बरतने की अपील कर रही हैं. मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने मस्जिदों और धार्मिक स्थलों पर विशेष सावधानी अपनाने को कहा है. बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना राबे हसनी नदवी ने कहा है कि मस्जिदों में प्रार्थना से दूरी बनाना सही नहीं बल्कि भीड़भाड़ जमा ना होने दें.
आपको बता दें कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड देश में सभी संप्रदाय के प्रतिनिधित्व वाली मुसलमानों की संस्था है. इसे देश की सबसे प्रभावशलाी मुस्लिम संस्थाओं में शुमार किया जाता है.
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की अपील
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना राबे हसनी नदवी ने लोगों से अपील करते हुए सरकार की मुहिम का साथ देने का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान जो लोग जहां कहीं हैं वहीं रहें. एक दूसरे से मिलने जुलने के वक्त को टालें. मस्जिदों में साफ-सफाई का ध्यान रखें. मस्जिदों से दूरी बनाना ठीक नहीं बल्कि भीड़भाड़ से परहेज करें. कोरोना वायरस के खतरे ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है. इससे बचने की हर जगह उपाय के एलान किए जा रहे हैं. इसलिए सरकार जो उपाय बता रही है उसका सहयोग करें.
मस्जिदों से दूरी बनाना ठीक नहीं- बोर्ड
मौलाना राबे हसनी नदवी ने अपने बयान में कहा, "कोरोना वायरस के कारण धार्मिक स्थल भी प्रभावित हो रहे हैं. लिहाजा इससे बचने के जो उपाय सुझाए जा रहे हैं उन्हें अपनाने की जरूरत है. बीमारी के फैलाव को रोका जाए और इसके नुकसान से बचा जाए. अलबत्ता मस्जिदों से दूरी बनाना ठीक नहीं. मस्जिद मुसलमानों के प्रार्थना का एक अहम स्थल है. मुसीबत की इस घड़ी में भगवान को ज्यादा से ज्यादा याद किया जाए. मगर सावधानी का भी ख्याल रखें. मस्जिद की सफाई पर ध्यान दें."
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