जम्मू: जम्मू के सांबा ज़िले के तेली बस्ती से स्वास्थ्य विभाग और पुलिस ने कोरोना वायरस के आठ संदिग्ध लोगों को जांच के लिए भेजा है. यह सभी लोग दिल्ली से सांबा ज़िले की इस बस्ती में आकार रुके उस व्यक्ति के सम्पर्क में आए थे, जिसके लक्षण कोरोना वायरस से मिलते पाए गए हैं.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक़ 13 मार्च को दिल्ली से छह लोग जम्मू के सांबा ज़िले की तेली बस्ती की एक मस्जिद में आकार रुके थे. यह सभी लोग विदेश से होकर दिल्ली लौटे थे. इस बस्ती में कुछ दिन रुकने के बाद यह सभी लोग श्रीनगर चले गए, जहां उन लोगों में से एक को बुखार और खांसी की शिकायत हुई जिसके बाद डॉक्टरों ने उसके लक्षण कोरोना वायरस से मिलते पाए.
इस शख्स से पूछताछ के बाद यह पता लगा कि यह अपने साथियों के साथ विदेश से दिल्ली और फिर सांबा की एक बस्ती की मस्जिद में आकर रुका था. इस सूचना के बाद पुलिस प्रशासन ने तुरंत हरकत में आकर बस्ती के आठ संदिग्धों को पास के हॉस्पिटल में भर्ती करवाया, जहां उनकी जांच जारी है. पुलिस ने एहतियातन इस इलाक़े को सैनिटाइज़ किया है.
जम्मू पुलिस ने 'we care' अभियान शुरू किया
बता दें कि सोशल डिस्टेन्सिंग और लॉकडाउन को सख्ती से लागू करने के लिए जम्मू पुलिस ने 'we care' अभियान चला रखा है. इस अभियान के चलते जम्मू के बिश्नाह और आरएसपूरा थानों में पुलिस ने विशेष हेल्प डेस्क तैयार किये हैं, जिनमें हेल्पलाइन नंबर के ज़रिये आम जनता दवाई, फल और सब्ज़ी जैसी ज़रूरी सामान पुलिस से मंगवा सकती है.
पुलिस से मदद मांग रहे शख्स की लोकेशन का पता पुलिस उसकी फ़ोन लोकेशन के ज़रिये लगा रही है और फिर पुलिस सामान लेकर उस शख्स के घर पहुंच जाती है. पुलिस का दावा है कि उनके इस कदम से इन दो इलाकों में लोगों की सड़कों पर आवाजाही कम हो गई है, जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में मदद मिल रही है.
वहीं, पुलिस की इस पहल का आम जनता भी स्वागत कर रही है. आम जनता का मानना है कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए जिस तरह सोशल डिस्टेन्सिंग और स्टे बैक होम की बातें कही जा रही हैं, उसका पुलिस की इस पहल के चलते सही पालन हो रहा है. आम जनता का दावा है कि पुलिस की इस पहल से लोग घरों से नहीं निकल रहे हैं. बाज़ारो में भीड़ कम है, जिससे कोरोना के संक्रमण को रोका जा सकता है.
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