नई दिल्ली: कोरोना वायरस का कहर देश-दुनिया में जारी है. पिछले साल दिसंबर के महीने में कोरोना का पहला मामला आने के बाद अब तक करीब 200 देश इससे प्रभावित हुए हैं. कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए भारत में कई एहतियाती कदम उठाए गए हैं. इनमें से सबसे अहम है लॉकडाउन. यानि बेहद जरूरी हो तभी लोगों को घरों से बाहर निकलना है.


लॉकडाउन के ऐसे समय में भी बाहर के खाने का मूड बन जाए ये बेहद स्वाभाविक है. ख़ास बात ये कि अब ये संभव भी है क्यूँकि अगर आपको कुछ अच्छा खाने का मन है तो आप बेझिझक अपने पसंदीदा रेस्टोरेंट और दुकान से ऑनलाइन खाना मंगा सकते हैं. फ़ूड डिलीवरी से जुड़ी पिछले दिनों कई अफ़वाह सामने आईं लेकिन अब इनपर लगभग ब्रेक सा लग गया है.


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कई लोगों के मन में एक सवाल आज भी उठ सकता है कि फ़ूड डिलीवरी कितनी सुरक्षित है. ऐसे में यहाँ खाना ऑर्डर करने से कुछ बातों को जान लेना बेहतर रहेगा. कंपनियाँ आज फ़ूड डिलीवरी करते हुए No Contact Delivery का ऑप्शन चुनने का विकल्प दे रही हैं ताकि आपके और खाना देने वाले के बीचे किसी तरह का सम्पर्क न हो. अगर ट्रांज़ैक्शन कैश के ज़रिए हो, तो रुपए ऐसी जगह रख दें, जहां से फूड डिलीवरी करने आया व्यक्ति उसे आसानी से ले सके. अपार्टमेंट में रहने वालों को गेट पर ही समान मुहैया करवा दे रहे हैं.


No Contact Delivery है सेफ ऑप्शन


हालाँकि, इस बात का कोई सबूत नहीं है कि कोरोना वायरस फूड पैकेजिंग के जरिए भी फ़ैल सकता है. खाना लेने के बाद अगर ये तरीक़ा अपनाया तो कोई ख़तरा नहीं. ऐसे में, जब भी आप बाहर से खाना ऑर्डर लें, तो खाने के डिब्बे को Sanitizer से साफ करना ना भूलें. खाने को एक साफ बर्तन में निकालें और पैकिंग को फेंक दें. जहां आपने खाने का पैकेट रखा था उस जगह को तुरंत Sanitizer से साफ करें, ताकि आप हर तरह के खतरे को टाल सकें. इसके बाद, अपने हाथों को कम से कम 20 सेकंड तक अच्छी तरह से साफ़ करें. इसके बाद ही खाना खाएं. घरेलू बर्तन का प्रयोग बेहतर बताया जा रहा है.


डिलीवरी कर रहे व्यक्ति बरत रहे हैं सावधानी


अब ये भी देखने को मिल रहा है कि कुछ ऑनलाइन डिलीवरी देने वाली कंपनियाँ पहले के मुक़ाबले सुरक्षा के पैमानों का अब ज़्यादा ध्यान रख रही हैं. जैसे; साफ-सफाई का, खाने में इस्तेमाल हुई सामग्री से लेकर डिलीवरी तक की साफ-सफाई, सुरक्षा की चीज़ें जैसे मास्क आदि का इस्तेमाल, कॉन्टैक्ट लैस डिलीवरी आदि. साथ ही ऐसा दावा है कि डिलीवरी करने वाले व्यक्तियों को खास ट्रेनिंग भी दी जा रही है.


बाहर का खाना हुआ ज्यादा सुरक्षित


कोरोना से पैदा हुए हालात के मद्देनज़र इस को फैलने से रोकने के लिए एतिहात बरतना किसी भी रेस्टोरेंट के मालिक से लेकर ग्राहक तक की जिम्मेदारी है, जिसमें खाने की तैयारी भी शामिल है. खाना पहुँचाने वाली कंपनियाँ इन सभी बातों का ध्यान रख पाएँ तभी इसकी रोकथाम संभव है. बाहर के खाने से कोरोना भले ही ना फैले लेकिन ग्राहक और एजेंट दोनों के बीच की सतर्कता इस महामारी को रोकने से बचा सकती है.