नई दिल्ली समेत दुनियाभर के जितने थे हॉटस्पॉट शहर वहां फिर बढ़ रहे कोरोना के मामले
न्यूयॉर्क, लंदन और तूरिन उन शहरों में से हैं जहां पर कोरोना के खतरनाक दूसरे दौर से पहले कड़ाई के साथ लॉकडाउन लगाया गया है. जानकारों का ऐसा मानना है कि कोरोना का दूसरा वेव पहले से कहीं ज्यादा घातक हो सकता है.
दुनियाभर के वो शहर जो कोविड-19 महामारी के चलते हॉटस्पॉट बन गए थे एक बार फिर से इस वायरस ने उन शहरों के अपनी चपेट में ले लिया है. न्यूयॉर्क, लंदन और तूरिन उन शहरों में से हैं जहां पर कोरोना के खतरनाक दूसरे दौर से पहले कड़ाई के साथ लॉकडाउन लगाया गया है. जानकारों का ऐसा मानना है कि कोरोना का दूसरा वेव पहले से कहीं ज्यादा घातक हो सकता है.
कोरोना का आंकड़ा बताने वाले वर्डोमीटर के मुताबिक, दुनियाभर में 538.5 लाख लोग संक्रमित हुए हैं और 12.9 लाख लोगों ने अपनी जान गंवाई हैं. आइये बताते हैं उन हॉटस्पॉट्स के बारे में जहां पर कोविड-19 के मामलों में फिर से भारी इजाफा हुआ है-
नई दिल्ली: भारत की राजधानी में गुरुवार को कोविड-19 के चलते रिकॉर्ड 104 लोगों की जान चली गई. पिछले हफ्ते दिल्ली में रोजाना के आ रहे मामले 8500 सौ को पार कर गए थे और 7 हजार से ज्यादा मामले हर रोज सामने आए. राजधानी में तीसरे दौर की कोरोना की लहर के बीच जानकारों का यह मानना है कि दिवाली के बाद शहर में वायु प्रदूषण से स्थिति और बिगड़ सकती है.
न्यूयॉर्क: यहां पर करोना की पहली लहर के दौरान करीब 18 हजार से ज्यादा लोगों की जान चली गई. पिछले 24 घंटे के दौरान वहां पर 4,821 नए संक्रमण के मामले सामने आए हैं. मेयर बिल डे ब्लासियो ने इस बात की घोषणा की है कि शहर के सारे स्कूल अभी बंद रहेंगे जबकि रेस्टुरेंट और कैफे को रात 10 बजे तक खोलने की इजाजत दी जाएगी. अमेरिका कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित है और उसके बाद भारत है.
तूरिन: तूरिन में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने शाम 6 बजे तक बार और रेस्टुरेंट को बंद करने का आदेश जारी किया है. इस फैसले के बाद वहां देशभर में व्यापक प्रदर्शन और विरोध किए जा रहे हैं.
लंदन: ब्रिटेन के सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों में से एक हैं लंदन. यहां पर पिछले 24 घंटों के दौरान 3,554 नए कोरोना के मामले सामने आए हैं. ब्रिटेन में पिछले एक महीने से भी ज्यादा वक्त से लॉकडाउन किया गया है लेकिन मामले कम नहीं हो पा रहे हैं. यूरोप में सबसे ज्यादा मौत ब्रिटेन में ही हुई है. यहां पर इस महामारी के चलते करीब 50 हजार लोगों की अब तक मौत हो चुकी है.
मॉस्को: रूस की राजधानी मॉस्को में रोजान 20 हजार नए मामले सामने आ रहे हैं. कोविड-19 की पहली लहरा यहां पर 11 मई को खत्म हो गई थी, जिसके बाद कोरोना का मामलों में काफी कमी हो गई थी. यहां पर अब तक 7361 लोगों की मौत हुई है. रुस दुनिया में पांचवां सबसे ज्यादा कोरोना से प्रभावित देश है. ये भी पढ़ें: जानिए- क्यों राजधानी में कोरोना होता जा रहा है खतरनाक, कैसे बीते दिनों में मामले और मौत ने तोड़े सारे रिकॉर्ड