नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस का खतरा दिन-पर-दिन बढ़ता जा रहा है. स्वास्थ मंत्रालय के मुताबिक, भारत में मामलों की कुल संख्या 4281 हो गई है. जिनमें 3851 सक्रिय मामले हैं. इनमें से 1,445 मामले तबलीगी जमात में शामिल हुए या उनके संपर्क में आए लोगों के हैं. अबतक कोरोना वायरस के 76 प्रतिशत मामले पुरुषों में और 24 प्रतिशत मामले महिलाओं में हैं.


देश में COVID-19 से अबतक 109 लोगों की मौत हुई है. हेल्थ मिनिस्ट्री ने कोरोना वायरस के मरीजों से जुड़े कुछ आंकड़े भी सामने रखे. उनके मुताबिक, 63 प्रतिशत मौतें 60 साल से ऊपर के व्यक्तियों में हुई हैं. 30 प्रतिशत मृतकों की उम्र 40 से 60 साल की है और 7 फीसदी पीड़ित 40 साल से कम उम्र के रहे हैं.

आईसीएमआर के मुताबिक कोरोना वायरस के लिए 5 लाख टेस्टिंग किट का ऑर्डर किया गया है. 8-9 अप्रैल को 2.5 लाख किट डिलीवर होंगे.

यहां देखें राज्यवार आंकड़ा



तबलीगी से जुड़े 25 हजार क्वारंटीन


गृह मंत्रालय ने तबलीगी जमात को लेकर अहम जानकारी दी है. मंत्रालय में संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि 'हमने 25,000 से ज्यादा तबलीगी जमात वर्कर्स और उनके कॉन्टैक्ट्स को क्वारंटीन किया है. हरियाणा के जिन 5 गांवों में वे गए थे, उन्हें सील कर दिया गया है.


राज्यों को फंड, अनाज की सप्लाई


हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा कि राज्यों के लिए नेशनल हेल्थ मिशन फंड्स से 1100 करोड़ रुपये जारी किए जा चुके थे. 3000 करोड़ रुपये का एडिशनल फंड भी जारी किया गया है. अग्रवाल ने कोरोना वायरस से लड़ाई में भारतीय रेलवे के योगदान की तारीफ की. उन्होंने बताया कि पिछले 13 दिनों में, रेलवे ने 1340 डिब्बों में माल सप्लाई किया है. ट्रेनों के जरिए पूरे देश में 16.94 मीट्रिक टन अनाज ट्रांसपोर्ट किया गया है. 13 राज्यों को 1.3 लाख मीट्रिक टन गेहूं और 8 राज्यों को 1.32 लाख मीट्रिक टन चावल अलॉट किया गया है.


राजधानी दिल्ली में सामने आए नए मामले


दिल्ली में कोरोना वायरस के 523 केस हैं. अबतक 523 केस में से 330 केस मरकज़ के हैं. दिल्ली में अब तक कोरोना से 7 लोगों की मृत्यु हो गई है. दिल्ली सरकार ने 1 लाख टेस्टिंग किट का ऑर्डर दे दिया है. ये किट शुक्रवार को आ जाएगी. केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली को 27,000 व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (PPE) किट आवंटित किए गए हैं.


आज से गरीबों को राशन बांटा जाएगा


दिल्ली में आज से 421 सरकारी स्कूलों में गरीबों को राशन बांटा जाएगा जिनके पास राशन कार्ड नहीं है. प्रत्येक व्यक्ति को 4 किलो गेहूं और एक किलो चावल मिलेगा. दिल्ली सरकार का लक्ष्य 10 लाख लोगों को राशन देना है.