नई दिल्ली: यूं तो दिल्ली में लॉकडाउन के बाद से ही थोड़ी-थोड़ी संख्या में दिहाड़ी कर्मचारियों का पलायन शुरू हो गया था, लेकिन शुक्रवार यानी 27 तारीख को बहुत बड़ी संख्या में एक साथ ही लोगों ने पूरे दिल्ली से अपने-अपने गांव के लिए कूच कर दिया. जब कुछ लोगों से बात हुई तो उसके पीछे कहीं न कहीं एक अफवाह सुनने को मिली.
इन लोगों का कहना था कि गुरुवार रात को इन लोगों के पास एक जानकारी पहुंची कि मुफ्त बस सेवा शुरू की गई है, जो उत्तर प्रदेश में रहने वाले लोगों को उनके घरों तक पहुंचाएगी. बस यही बात सुनकर ये सब लोग सुबह से ही दिल्ली में अपने ठिकानों से बाहर निकलकर अपने गांव जाने के लिए रवाना हो गए हैं.
क्या सुना लोगों ने?
राष्ट्रीय राजमार्ग 24 पर चल रही हजारों की भीड़ में से जब हमने कुछ लोगों से बात करने की कोशिश की और यह जानना चाहा कि आखिर क्या कारण रहा, जो लोग अपने गांव के लिए पैदल ही निकल पड़े हैं, तो उनमें से अधिकतर लोगों का यही कहना था कि उन्हें यह जानकारी दी गई थी कि यूपी की योगी सरकार लोगों के लिए फ्री बस सेवा चला रही है. जो यूपी बॉर्डर से लोगों को उनके गांव या उनके शहर तक पहुंचाएगी. यही सुनकर हम सभी लोग आज दिल्ली में अपने ठिकानों को छोड़कर यूपी बॉर्डर पहुंचे.
पहले आनंद विहार फिर गाजीपुर बॉर्डर, नहीं मिली कोई बस
पैदल चल रहे इन लोगों ने बताया कि सबसे पहले हम आनंद विहार गए. वहां पर हमें ऐसी कोई बस सेवा नहीं मिली इसके बाद हम लोग गाजीपुर बॉर्डर से होते हुए यूपी गेट में दाखिल हो गए हैं. यहां पर भी ऐसी कोई सेवा नहीं है. अब हम परेशान हैं कि हम जाएं तो कहां जाएं. वापस लौटना इसलिए मुश्किल है कि न तो वहां काम है, न ही खाने के लिए पैसे और न ही रहने के लिए किराया.
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