मुंबई: आप इंटेरनेट पर कोरोना वायरस से जुड़ी जानकारी तलाश रहे हैं तो सबसे पहले यह खबर आपको जरूर पढ़नी चाहिए. कोरोना वायरस ने पूरे दुनिया मे खौफ का माहौल बना रखा है. भारत में भी कोरोना वायरस से जुड़े दो संदिग्ध मरीज पाए गए हैं जिनका इलाज चल रहा है. पूरे विश्वभर में खौफ का पर्याय बन चुका कोरोना वायरस अब ठगों का हथियार बना हुआ है. इसके जरिए न केवल आपके पर्सनल डाटा बल्कि आपके बैंक अकॉउंट तक को साफ किया जा सकता है. महज एक क्लिक से भले आप कोरोना वायरस से पीड़ित कभी न हो पर आप साइबर फ्रॉड के शिकार जरूर बन सकते हैं.


कोरोना वायरस से जुड़ी जानकारी, अलर्ट और सावधानियों से जुड़ा कोई भी मेल या वाट्सएप मैसेज का महज एक क्लिक ही आपको साइबर ठगी का शिकार बना सकता है. लगातार बढ़ रहे इन मामलों को लेकर महाराष्ट्र साइबर सेल ने लोगों को एलर्ट किया है. दरअसल, पिछले साल के नवंबर महीने में चीन के वुहान प्रान्त से फैले कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को हिला दिया है. हर कोई इस वायरस की खबर से डर हुआ है और इसी डर को हैकर्स ने हथियार बना लिया है. हैकर्स कोरोना वायरस से जुड़ी हुई जानकारियां, सावधानी, पहचान के तरीके और बचने के लिए उपायों जैसे मेल, मैसेज, व्हाट्सएप मैसेज और लिंक आर्टिकल्स डालते हैं. आप जैसे ही उस लिंक या वेब पेज पर जाते हैं तो आपका निजी डेटा चोरी हो जाता है.


ईमेल हैकर्स विश्वास बनाये रखने के लिए किसी एनजीओ या विश्व स्वास्थ्य संगठन या फर्जी सरकारी संस्था के नाम पर मेल भेजते हैं ताकि कोई शक न हो. इसके अलावा ऐसी भाषा का भी प्रयोग करते हैं कि लोग डर या फिर उत्सुकता से मेल में दिए लिंक को क्लिक करें.


क्लिक करते ही सभी पर्सनल इन्फॉर्मेशन, मैसेज, ऑन लाइन बैकिंग, मोबाइल बैंकिंग और रूट ट्रांजेक्शन से जुड़ी हर जानकारी पासवर्ड के साथ सीधे हैकर के पास पहुंच जाती है. फिर महज कुछ मिनट में आपका बैंक अकॉउंट साफ होने लगता है और आपकी निजी जानकारी लीक हो जाती है. इतना ही नहीं आपके मेल, व्हाट्सएप्प और मैसेज में मौजूद अन्य लोगों से जुड़ी जानकारी भी हैकर्स तक पहुंच सकती है.


लिंक को क्लिक करते ही पूरा सिस्टम हैक हो सकता है. जानकारों के मुताबिक कोरोना वायरस के नाम पर ईमेल और मैसेज के जरिए ठगी को सबसे पहले जापान फिर अमेरिका और ब्रिटेन में अंजाम तक पहुंचाया गया. अब हैकर्स की नजर मुंबई सहित पूरे भारत पर है.