जम्मू: जम्मू कश्मीर सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए रिटायर्ड डॉक्टरों की सेवाएं अगले एक साल तक लेने का फैसला लिया है. वहीं, प्रदेश के उप राज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने मंगलवार को टोल फ्री एम्बुलेंस सेवा की भी शुरुआत की.

जम्मू कश्मीर सरकार की एडवाइजरी काउंसिल ने मंगलवार को प्रदेश में कोरोना वायरस की स्थिति के लिए आपातकालीन समीक्षा बैठक की. इस बैठक में जम्मू के राजकीय मेडिकल कॉलेज को कोरोना वायरस के लिए समर्पित अस्पताल घोषित कर दिया गया. इस अस्पताल को बुधवार तक कोरोना वायरस के मामलों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार किया जायेगा.

वहीं इस बैठक में यह भी फैसला लिए गया कि कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए प्रदेश के रिटायर्ड डॉक्टरों को एक साल के अनुबंध पर काम पर रखा जायेगा.प्रदेश के उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने मंगलवार को कोरोना वायरस से निपटने के लिए मुफ्त एम्बुलेंस सेवा 102/108 की भी शुरुआत की. एम्बुलेंस सेवा के संचालन से मरीजों को तत्काल चिकित्सा और देखभाल प्रदान जाएगी.

जम्मू में लॉकडाउन को सख्ती से लागू करने के लिए पुलिस ने व्यापक अभियान छेड़ दिया है. पुलिस ने जम्मू के डीएम की तरफ से जारी आदेशों, जिनमें 3 लोगों से अधिक के एक साथ जमा होने पर पाबंदी लगाई गयी है की अवहेलना करने वालों के खिलाफ सीधा एफआईआर दर्ज करना शुरू कर दिया है. इसके साथ ही पुलिस ऐसे लोगों को हवालात ले जाकर उनके खिलाफ उचित कार्रवाई कर रही है.

सोमवार से चलाये जा रहे इस अभियान में जम्मू पुलिस ने 124 वाहनों को जब्त किया जबकि डीएम के आदेशों की अनसुनी करने के आरोप में 27 दुकानें सील कर दी गई हैं. वहीं धारा 144 की अवहेलना करने के आरोप में शहर में 29 एफआईआर दर्ज की गयी है.

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