भारत में कोरोना के 73 पॉजिटिव केस में 17 विदेशी नागरिक, अब तक 900 भारतीयों को निकाला गया- स्वास्थ्य मंत्रालय
भारत में कोरोना वायरस के 73 पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने बताया कि इसमें से 17 विदेशी नागरिक हैं और 56 भारतीय हैं. उन्होंने बताया कि अब तक 900 भारतीयों को निकाला गया है.
नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 73 हो गई है. कुल 73 पॉजिटिव मामलों में 56 लोग भारतीय हैं और 17 विदेशी नागरिक हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने ये जानकारी दी. उन्होंने कहा कि ओवरसीज सिटिजन ऑफ इंडिया कार्डहोल्डर्स को जो वीजाफ्री यात्रा की सुविधा दी गई थी उसे 15 अप्रैल 2020 तक बंद कर दिया गया. ये 13 मार्च 2020 की आधी रात से प्रभाव में आ जाएगा.
भारत में 56 सैंपल सेंटर्स
स्वास्थय मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि देशभर में टेस्ट के लिए 52 सेंटर्स हैं इसके साथ ही 56 सैंपल कलेक्शन सेंटर्स बनाए गए हैं. हमारे पास करीब एक लाख टेस्टिंग किट्स है. और भी टेस्टिंग किट्स का ऑर्डर दिया गया है जो उपलब्ध हो जाएंगे. उन्होंने बताया कि अब तक, भारत सरकार ने मालदीव, म्यांमार, बांग्लादेश, चीन, अमेरिका, मेडागास्कर, श्रीलंका, नेपाल, दक्षिण अफ्रीका और पेरू जैसे अन्य देशों के 48 लोगों के साथ 900 भारतीय नागरिकों को निकाला है.
अब तक साढ़े दस लाख लोगों की जांच हुई
भारत में 30 हवाई अड्डों पर अब तक साढ़े दस लाख लोगों की जांच की जा चुकी है. वायरस से संक्रमित 73 लोगों के संपर्क में आने वाले 1500 से अधिक लोगों को निगरानी में रखा गया है. कोरोना वायरस से प्रभावित ईरान में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए अगले तीन दिनों में तीन विमानों को भेजा जाएगा.
मास्क हमेशा जरूरी नहीं
लव अग्रवाल ने कहा कि मास्क हमेशा जरूरी नहीं है, अगर कोई शख्स सोशल डिसटेंस बनाए रखता है, तो मास्क की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि अभी, सौभाग्य से भारत में कोरोना वायरस का कम्युनिटी के स्तर पर नहीं फैल रहा है. हमारे पास केवल कुछ मामले हैं जो बाहर से आए हैं और उन्होंने मुख्य रूप से अपने करीबी परिवार के सदस्यों को प्रभावित किया है.
कोरोना को लेकर स्टडी जारी
इसके साथ ही उन्होंन कहा कि कोरोना वायरस से जुड़े सभी तथ्यों का अभी भी अध्ययन किया जा रहा है. कोई कंफर्म स्टडी नहीं हैं. आम तौर पर यह उम्मीद की जाती है कि वायरस, अगर यह अधिक तापमान में है तो जीवित रहने में कठिनाई हो सकती है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं होती है.