चंडीगढ़: देश इस वक्त कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहा है. ऐसे में कई लोग जिनमें कोरोना के लक्षण पाए गए हैं या वह कोरोना से संक्रमित हैं उनको 14 दिनों के क्वॉरन्टीन में भेजा जा रहा है. हालांकि हरियाणा में क्वॉरन्टीन के नियम खुद IAS ऑफिसर तोड़ रहे हैं.


दरअसल हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के प्रधान सचिव और हरियाणा के सीनियर मोस्ट ब्यूरोक्रेट राजेश खुल्लर विदेश यात्रा से लौटे हैं. कोरोना कानून के तहत उन्हें 14 दिन समाजिक दूरी बनाने को कहा गया है. इसका मतलब यह हुआ कि उन्हें किसी से 14 दिनों तक मिलना-जुलना नहीं था, जिससे कि अगर उनको संक्रमण हो तो उनसे किसी और को न हो फैले.


इसी के मद्देनजर  उनके घर के दरवाजे पर दूसरों को सावधान करने वाली नोटिस भी लगायी गयी थी.


इन सभी पांबदियों और नियमों के बावजूद राजेश खुल्लर ने दूसरों को सावधान करने वाली पर्ची फाड़ दी और घर में ही ऑफिस बना लिया. राजेश खुल्लर राज्य के वरिष्ठ और बेहद ताकतवर नौकरशाह माने जाते हैं. अपनी इसी ताकत की हनक में उन्होंने देश की जनता को गंभीर खतरे में डाल दिया है.


बता दें कि हरियाणा सरकार ने एक लिस्ट जारी की है जिसमें विदेश से आए ऐसे लोगों के नाम हैं जिन्हें 14 दिन की सामाजिक दूरी बनानी है. इस लिस्ट में हरियाणा के प्रधानसचिव राजेश खुल्लर का भी नाम है. 641 लोगों की हरियाणा सरकार की लिस्ट में 194वे नंबर पर हरियाणा के प्रधानसचिव राजेश खुल्लर का नाम लिखा हुआ है. लिखा है कि उन्हें 21मार्च से 4 अप्रैल तक समाजिक दूरी बना कर रखना है. हालांकि उन्होंने नियमों की परवाह न करते हुए नोटिस ही फाड़ दी है.


एबीपी न्यूज़ की टीम जब चंडीगढ़ के सेक्टर 16 में राजेश खुल्लर के बंगला नंबर 518 पर पहुंची तो क्वॉरन्टीन वाला नोटिस फटा मिला. राजेश खुल्लर के घर लोग खुलेआम आते जाते दिखे.


नियमों के मुताबिक क्वॉरन्टीन में 14 दिन सबसे अलग रहना होता है. लेकिन राजेश खुल्लर के घर लोग आते जाते दिखे. जबकि इस तरह नियम तोड़ने पर केस दर्ज किया जाता है. IPC की धारा 269,270,188 के तहत मामला दर्ज किया जाता है.