क्या आप ऐसा महसूस कर रहे हैं कि कोरोना से संक्रमित हैं? जानिए- आपको क्या करना है क्या नहीं
कोरोना वारस के हंगामे के बीच साधारण बीमारी भी आज कल कोरोना वायरस के शक को जन्म देने लगी है.फिलहाल अगर आप अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं तो क्या करें और क्या ना करें, ये जानना अहम हो जाता है.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों ने पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया है. संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए कई देशों में अपने यहां लॉकडाउन की घोषणा कर दी है. स्कूल, कॉलेज, आवागमन के साधन बंद कर दिये गये हैं. तो कई दफ्तरों के स्टाफ को घर से काम करने के लिए कह दिया गया है. लोग सावधानी के तौर पर संक्रमण से बचने के लिए मॉस्क और हैंड सैनेटाइजर का इस्तेमाल कर रहे हैं. मगर इस बीच कोरोना वायरस के लक्षण को देखते हुए सामान्य बीमारी को भी लोग उससे जोड़ कर देख रहे हैं. आइए इए जानते हैं अगर आप अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं तो क्या करें और क्या ना करें.
1. सामान्य बुखार या फ्लू होने की सूरत में आप उस सरकारी अस्पताल में ना जाएं जहां कोरोना वायरस टेस्ट किया जा रहा है. वहां जाने पर आपको संक्रमित होने का खतरा रहता है. अगर आप किसी ऐसे विदेशी दौरे से वापस आए हैं जहां कोरोना वायरस की महामारी फैली है या किसी कोरोना पॉजिटिव मरीज मरीज के संपर्क में रहे हैं तो आपको टेस्ट कराने की जरूरत होगी. खासकर उस सूरत में जब आपको खांसी या बुखार से पीड़ित हैं.
2. सरकारी अस्पताल या हेल्पलाइन की मदद से किसी कर्मी को अपने घर जांच के लिए भेजने को कहें. अगर स्वास्थ्य कर्मी आपके घर आने को राजी ना हो तो आप जांच के लिए कोरोना टेस्ट कर रहे अस्पताल ना जाएं. इससे लोगों के संक्रमण में आने पर आपके पीड़ित होने का अंदेशा रहता है. डॉक्टर से घर पर रहने या आइसोलन में जाने की सलाह लें. अगर फिर भी आपको टेस्ट करवाना जरूरी है तो आप लाइन से किनारे रहने की कोशिश करें. ध्यान रखें उस वक्त आपके चेहरे पर मॉस्क होना चाहिए. सबसे अहम बात 4 दिन तक घर पर ही क्वारेंटाइन में रहें. क्योंकि जांच रिपोर्ट में कोरोना की पुष्टि होने में 4 दिन का समय लग जाता है.
3. पिछले कुछ दिनों में जिन लोगों के संपर्क में आप आए हैं उनकी लिस्ट तैयार कर हर एक शख्स को बता दें कि आप अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं और घर पर ही आइसोलेशन में हैं. सावधानी के तौर पर आप उन्हें इस बात की जानकारी दें कि उनका कोरोना टेस्ट अभी नहीं किया गया है.
4. घर में आइसोलेशन के दौरान लोगों से 6 फीट की दूरी बनाए रखें. घर के दरवाजे और हैंडल को सैनेटाइज करें. इस दौरान डॉक्टर के संपर्क में रहते हुए उनसे सलाह लेते रहें. व्हाट्सएप या सोशल मीडिया पर शेयर की गई जानकारी का हरगिज पालन ना करें. घर में 5-7 दिनों के बीच आराम करने पर आप स्वस्थ महसूस करने लगेंगे. इस बात का पूरा ख्याल रखें कि आपकी वजह से किसी को संक्रमण ना हो.
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