नई दिल्ली: कोरोना वायरस के चलते सिविल एवीएशन सेक्टर में लॉक डाउन जैसे हालात पैदा हो रहे हैं. उड़ाने बहुत कम हो गई हैं. यात्री विदेश तो क्या देश के भीतर भी यात्राएं करने से बच रहे हैं. इन सबका सीधा असर एयर लाइंस की धड़ाम हो चुकी आमदनी पर पड़ा है. ऐसे में अब इंडिगो ने अपने कर्मचारियों की तनख़्वाह में कटौती का आदेश जारी किया है.
तनख़्वाह में 15% से 20% तक की कटौती
एयर लाइंस को हो रहे आर्थिक नुक़सान का असर अब इंडिगो एयरलाइंस के पायलटों और वरिष्ठ कर्मचारियों की तनख़्वाह पर भी पड़ेगा. इंडिगो ने अपने कर्मचारियों को एक नोटिस के ज़रिए सूचित किया है कि साल 2020-2021 के लिए कर्मचारियों की तनख़्वाह में कटौती की जाएगी. इस नोटिस के अनुसार सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और उससे ऊपर के अधिकारियों की तनख़्वाह में 20% की कटौती की जाएगी. जबकि वाइस प्रेसिडेंट और कॉकपिट क्रू की तनख़्वाह में 15% की कटौती की जाएगी.
अंतर्राष्ट्रीय बुकिंग लगभग शून्य, देश के भीतर 20% की गिरावट
चीन के वुहान शहर से शुरू हुए कोरोना वायरस की चपेट में पहले यूरोप के कुछ देश आए, फिर इसमें पूरी दुनिया को अपनी दहशत की गिरफ़्त में ले लिया. लिहाज़ा अब अंतर्राष्ट्रीय यात्रा सिर्फ़ वो यात्री ही कर रहे हैं, जिनके पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है. इंडिगो एयरलाइंस के सीईओ के मुताबिक़ अंतर्राष्ट्रीय बुकिंग लगभग बंद हो गई है और देश के भीतर की उड़ानों में भी बुकिंग 20% कम हो गई है.
क्या कहा इंडिगो के प्रबंधन ने
इंडिगो को चलाने वाली संस्था इंटर ग्लोब एवीएशन के सीईओ रोनोंजॉय दत्ता ने कर्मचारियों को लिखे अपने पत्र में कहा है, “हमारे ऊपर सर्वाइवल का संकट है. हमें अपने कैश फ़्लो पर ध्यान देना होगा ताकि हम आउट ऑफ़ कैश न हो जाएं. इस कारण हमें दुख के साथ अपने कर्मचारियों की तनख़्वाह में कटौती का फ़ैसला लेना पड़ा है. हम कम्पनी के ख़र्चों को कम करके ही इस मुश्किल समय में कम्पनी को बचा सकते हैं."
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