कोरोना का असर: नाइट कर्फ्यू और लॉकडाउन के डर से लोग बना रहे जिम से दूरी
दिल्ली के मालवीय नगर इलाके में एनीटाइम फिटनेस जिम के मालिक और दिल्ली जिम एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट चिराग सेठी के मुताबिक कोरोना की चौथी लहर आते ही जिम में फुटफॉल 60% कम हो गया है.
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोना के तेज़ी बढ़ते आंकड़ों के चलते कई तरह की पाबंदियां सरकार ने लगा दी हैं. हालांकि दिल्ली में लॉकडाउन की संभावना से सरकार ने फिलहाल इनकार किया है, लेकिन लोगों के मन में ये डर है कि कहीं लॉकडाउन न लग जाये. इसका असर कारोबार पर भी दिखाई दे रहा है. खासकर फिटनेस व्यवसाय से जुड़े लोगों का कहना है कि उनके लिए दोहरी मार जैसा है. बीते साल लॉकडाउन के बाद जिन चीजों को सबसे आखिरी में अनलॉक किया गया, उनमें से एक जिम भी थे. बीते साल हुए नुकसान से जिम व्यवसायी अभी उबर भी नहीं पाए हैं कि दोबारा लॉकडाउन की आशंका ने व्यापार पर फिर असर दिखाना शुरू कर दिया है.
दिल्ली के मालवीय नगर इलाके में एनीटाइम फिटनेस जिम के मालिक और दिल्ली जिम एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट चिराग सेठी के मुताबिक कोरोना की चौथी लहर आते ही जिम में फुटफॉल 60% कम हो गया है. लोगों के मन मे ये आशंका घर कर गई है कि कहीं लॉकडाउन न लग जाये, ऐसे में लोग मेम्बरशिप रिन्यूअल से बच रहे हैं. साथ ही जिनकी साल भर की मेम्बरशिप है वो कैंसिल कराने को कह रहे हैं. ये तब है जब जिम में साफ-सफाई, सैनिटाइज़ेशन, सोशल डिस्टेंसिग और अन्य सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है. हर 1 घन्टे पर सैनिटाइजर फॉगिंग होती है, ऑनलाइन स्लॉट बुक करके ही लोग जिम में आ सकते हैं, ताकि एक समय पर ज़्यादा भीड़ न हो. हर एक घन्टे के स्लॉट के बाद 15 मिनट का समय कलीनिंग और सैनिटाइज़ेशन के लिये रखा गया है.
चिराग सेठी का कहना है कि हमने सैनिटाइजेशन का पूरा ध्यान रखा है, जो सरकार ने गाइडलाइन दी हैं उनका पूरा पालन किया जाता है. बाहर रैलियों में इतनी भीड़ दिखती है, वहां कोई मनाही नहीं है, जबकि उससे बहुत ज्यादा सेफ एरिया हमने बनाया है ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा आएं और अपनी इम्यूनिटी पर काम कर सकें. हम सबको पता है कि जिनकी इम्युनिटी स्ट्रांग है उसे कोरोना से लड़ने में ताकत मिलती है. जिम इम्युनिटी बढ़ाने का एक सबसे अच्छा तरीका है. यहां हर थोड़ी देर में सैनिटाइजेशन होता है, हर घंटे पर फॉगिंग होती है, आरोग्य सेतु एप का इस्तेमाल सभी करते हैं.
पिछले साल और इस साल अब तक हुए नुकसान के बारे में बात करते हुए चिराग सेठी ने बताया कि बहुत सारे राज्यों ने जिम बंद कर दिया है, जैसे महाराष्ट्र, राजस्थान, झारखंड. जैसे यह खबर बाहर आती है तो लोगों में यह डर होता है कि कहीं दिल्ली में भी ना बंद कर दिया जाए. ऐसे में जो अफवाहें फैलती हैं उसकी वजह से लोगों के मन में डर है कि अगर जिम बंद कर दिए गए तो वह अपनी मेंबरशिप रिन्यू ना कराएं या मेंबरशिप कैंसिल करा लें. नई मेंबरशिप लोग लेना नहीं चाहते, जिम में आना नहीं चाहते. हालांकि दिल्ली में मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर बोला है कि अभी हम लॉकडाउन नहीं कर रहे हैं. इस डर के चलते करीब 60% तक लोगों का आना कम हो गया है. लोगों को लगता है कि कहीं उनके पैसे ना फंस जाए जबकि हम लोगों ने कई लोगों के मेंबरशिप के पैसे एडजस्ट भी किये हैं.
चिराग का कहना है कि जैसे ही दिल्ली में कोरोना की चौथी लहर शुरू हुई है, काम एकदम से ड्रॉप हुआ है. बहुत ज्यादा स्टाफ नहीं इस्तेमाल कर सकते, इसलिये स्टाफ में कटौती की गई है. पहले स्लॉट के हिसाब से लोगों बुला रहे थे लेकिन अब नाइट कर्फ्यू है तो जिम जल्दी बंद होता है, पहले रात 12 बजे तक चलता था. कुछ जिम 24 घंटे चलते थे वह भी अब 10 बजे के बाद नहीं चल सकते. इसलिए स्टाफ की काफी कटौती की गई है. करीब 5500 जिम हमारी एसोसिएशन में है और सब के साथ यही दिक्कत है.
जिम इस्तेमाल करने वाले लोगों से भी हमने बात की. एक युवक का कहना था कि हम लोग खुद भी सुरक्षा का ध्यान रखते हैं. जिम में हर जगह सैनिटाइजर है मौजूद रहता है. हम हमेशा मास्क लगाकर रखते हैं. अगर हम वर्कआउट नहीं करेंगे तो इम्यूनिटी नहीं बढ़ पाएगी पहले जब जिम बन्द हुए थे तब हमें काफी प्रॉब्लम हुई थी. जिम ने एक ऑनलाइन पोर्टल बना रखा है जिस स्लॉट के लिए हम बुक करते हैं उसी समय पर आ सकते हैं इससे एक समय पर आने वाले लोगों की संख्या लिमिटेड होती है.
वहीं रोज़ाना जिम का इस्तेमाल करने वाली एक युवती का कहना है कि कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं और हम वैसे ही स्थिति में पहुंच रहे हैं जहां पर पिछली साल थे. लेकिन वर्कआउट करने से इम्युनिटी बढ़ती है. आपकी सेहत बेहतर होती है अगर आप वर्कआउट कर रहे हैं और अच्छी डाइट ले रहे हैं तो. हम ऑनलाइन स्लॉट बुक करके आते हैं इसलिए एक समय पर बहुत ज्यादा लोग इकट्ठे नहीं होते. यहां पर समय-समय पर सैनिटाइजेशन भी होता है और फॉगिंग के जरिए भी सैनिटाइजेशन होता है. मैं जब खुद कोई भी एक इक्विपमेंट इस्तेमाल करती हूं तो खुद से भी उसे पहले सैनिटाइज़ करती हूं.
वर्कआउट करने से डरना नहीं चाहिए क्योंकि उससे हेल्थ अच्छी होगी लेकिन अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करना भी बहुत जरूरी है.
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