(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Coronavirus in India: देश में कोरोना मामलों में फिर इजाफा- 24 घंटे में 243 नए मामले दर्ज, 2 लाख से ज्यादा हुए टेस्ट
COVID-19 Update: भारत में मौजूदा वक्त में कोविड-19 संक्रमण से ठीक होने की दर 98.8 फीसदी है. पिछले 24 घंटों में कोरोना से 185 लोग संक्रमण से मुक्त हुए.
COVID-19 in India: चीन में कोरोना के नए वेरिएंट बीएफ.7 (Omicron BF.7) से संक्रमण में तेजी के बाद भारत सरकार पूरी तरह से अलर्ट दिख रही है. वैक्सीनेशन अभियान पर खासा जोर दिया जा रहा है. बूस्टर डोज लेने के लिए भी लोगों को काफी सक्रियता के साथ जागरुक किया जा रहा है. देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना (Covid Cases in India) के 243 नए मामले दर्ज किए गए. वहीं, इस अवधि के दौरान 2 लाख से अधिक लोगों को कोरोना टेस्ट किए गए हैं.
राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान (Vaccination) के तहत अब तक कुल 220.09 करोड़ टीके की खुराक दी जा चुकी है. इनमें 95.13 करोड़ दूसरी खुराक और 22.39 करोड़ एहतियाती खुराक (Booster Dose) दी जा चुकी है.
कोरोना मामलों में इजाफा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 243 नए मामले दर्ज किए गए, ये आंकड़े गुरुवार की तुलना में थोड़ा ज्यादा है. पिछले 24 घंटों में 81,097 खुराक दी गई. देश में वर्तमान में एक्टिव केस की संख्या 3,609 है. सक्रिय मामले 0.01% हैं. डेली पॉजिटिविटी रेट 0.11 फीसदी है. वहीं, साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 0.16% है. इससे पहले देश में गुरुवार को 188 नए कोविड मामले दर्ज किए गए थे.
24 घंटों में कोरोना से 185 लोग ठीक
अब तक कुल 91.05 करोड़ कोरोना टेस्ट (COVID-19 Test) किए गए हैं. पिछले 24 घंटों में 2 लाख 13 हजार 80 टेस्ट किए गए हैं. मौजूदा वक्त में कोरोना से ठीक होने की दर 98.8 फीसदी है. पिछले 24 घंटों में कोरोना (Corona) से 185 लोग ठीक हुए हैं. अब तक कुल ठीक होने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 4 करोड़ 41 लाख 43 हजार 850 हो गई है.
केंद्र और राज्यों की सरकारें एक्टिव
कोरोना के नए वेरिएंट (Corona New Variant) से खतरे को देखते हुए केंद्र के साथ ही राज्यों की सरकारें काफी सक्रिय है. एयरपोर्ट पर कोविड संक्रमण के लिए रैंडम टेस्ट 24 दिसंबर से ही शुरू है. वहीं, 27 दिसंबर को देशभर के अस्पतालों ने कोरोना के प्रबंधन और स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारियों को लेकर मॉक ड्रिल किया था. आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन, आईसीयू बेड और वेंटिलेटर के साथ मेडिकल कर्मचारियों की उपलब्धता पर भी खास ध्यान दिया जा रहा है.
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