दिल्ली में कोरोना का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. बीते 24 घन्टों में जहां कोरोना से 28 हज़ार से ज़्यादा कोरोना मामले सामने आए हैं तो वहीं 277 लोगों की एक दिन में कोरोना के कारण मौत हुई है. लगातार कोरोना मरीज़ों का आंकड़ा बढ़ रहा है और साथ ही कोविड-19 के मद्देनजर शमशान घाटों में दाह संस्कार के लिए लोगों को लंबा इंतजार भी करना पड़ रहा है.


एक दिन इतनी मौते हो रही है कि की शमशान घाटो में व्यवस्था भी कम पड़ती हुई दिख रही है. दिल्ली के कुछ शमशान घाटो पर जहां सीएनजी द्वारा भी अंतिम संस्कार हो रहा है तो वहीं कुछ शमशान घाटों पर यह व्यवस्था जल्द शुरू करने की योजना चल रही है. पूर्वी दिल्ली नगर निगम के आयुक्त विकास आनंद ने जन स्वास्थ्य व अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों के साथ पूर्वी दिल्ली के श्मशान घाटों का निरीक्षण किया, जिस के बाद उन्होंने बताया की अधिक दबाव के कारण गाजीपुर श्मशान घाट पर तय समय से अधिक कार्य किया जा रहा है.


सीएनजी के इस्तेमाल से अंतिम संस्कार की प्रक्रिया जल्द ही शुरू कर दी जाएगी


श्मशान घाटों पर पीपीई किट, ग्लव्स, सेनिटाइजर व मास्क आदि की पर्याप्त व्यवस्था है और कड़कड़डूमा श्मशान घाट पर सीएनजी द्वारा अंतिम संस्कार की प्रणाली जल्द ही शुरू कर दी जाएगी. इससे संबंधित सभी जरूरी कार्य अभियांत्रिकी व अन्य विभागों द्वारा पूरे कर लिए गए हैं. इसके अलावा, सीमापुरी श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिए अतिरिक्त प्लेटफॉर्म बनाए गए हैं.


अंतिम संस्कार के लिए एक से दो दिन का भी करना पड़ रहा इंतजार 


शमशान घाटों की व्यवस्था की कमी कोरोना से बड़े मौत के आंकड़े की वजह से साफ दिख रही है. लोगों को अंतिम संस्कार के लिए शमशान घाटों पर लम्बी लाइन लगानी पड़ रही है. दिल्ली के तीनों नगर निगम के अंतर्गत आने वाले शमशान घाट इस वक़्त भरे हुए है. लोगों को अंतिम संस्कार के लिए कई घन्टे या एक दो दिन का भी इंतजार करना पड़ रहा है. जिस के चलते व्यवस्था को बढ़ाने को लेकर काम तो चल रहा है लेकिन व्यवस्था से कई ज़्यादा रोज़ होने वाली मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है.


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