नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के मामलों में दिन पर दिन बढोत्तरी हो रही है. आज संक्रमित मरीजों की संख्या डेढ़ लाख के पार पहुंच गई है. पिछले 24 घंटों में संक्रमित मरीजों के 6387 नए मामले सामने आए हैं और 170 मौतें हुई हैं. हालांकि नए मामलों में आज लगातार दूसरे दिन गिरावट दर्ज की गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, अबतक एक लाख 51 हजार 767 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं 4387 लोगों की मौत हो चुकी है. 64 हजार 425 लोग ठीक भी हुए हैं.

 बाकी देशों के मुकाबले भारत की स्थिति  बेहतर- स्वास्थ्य मंत्रालय

मामले बढ़ते जा रहे है लेकिन केंद्र सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में हालात ठीक है और बाकी देशों के मुकाबले भारत की स्थिति बेहतर है. मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आंकड़े के मुताबिक भारत में रिकवरी रेट यानी संक्रमण से ठीक होनेवालों की संख्या बढ़ती जा रही है. वहीं मृत्यु दर भी लगातार कम हो रही है. दुनिया के बाकी देशों से तुलना करने पर भारत में हालात ठीक है.

राज्यवार आंकड़े-

क्रमांक राज्य का नाम कोरोना के कुल मामले (11 विदेशी नागरिक शामिल) ठीक हुए/डिस्चार्ज हुए मौत
1 अंडमान निकोबार 33 33 0
2 आंध्र प्रदेश 3171 2009 57
3 अरुणाचल प्रदेश 2 1 0
4 असम 616 62 4
5 बिहार 2983 900 13
6 चंडीगढ़ 266 187 4
7 छत्तीसगढ़ 361 79 0
8 दिल्ली 14465 7223 288
9 गोवा 67 28 0
10 गुजरात 14821 7139 915
11 हरियाणा 1305 824 17
12 हिमाचल प्रदेश 247 67 5
13 जम्मू कश्मीर 1759 833 24
14 झारखंड 426 175 4
15 कर्नाटक 2283 748 44
16 केरल 963 542 6
17 लद्दाख 53 43 0
18 मध्य प्रदेश 7024 3689 305
19 महाराष्ट्र 54758 16954 1792
20 मणिपुर 39 4 0
21 मेघालय 15 12 1
22 मिजोरम 1 1 0
23 ओडिसा 1517 733 7
24 पुद्दुचेरी 46 12 0
25 पंजाब 2106 1918 40
26 राजस्थान 7536 4171 170
27 तमिलनाडु 17728 9342 127
28 तेलंगाना 1991 1284 57
29 त्रिपुरा 207 165 0
30 उत्तराखंड  401 64 4
31 उत्तर प्रदेश 6548 3698 170
32 पश्चिम बंगाल 4009 1486 283
भारत में कुल मरीजों की संख्या 151767 64425 4337

भारत में रिकवरी रेट 41.60%

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि रिकवरी रेट 41.60% हैं. मार्च में रिकवरी रेट 7.1% था. यह धीरे धीरे ठीक हुआ है. 2.87% मृत्यु दर है. यह दुनिया में बहुत कम है. फ्रांस में 19.9% है. भारत में प्रति लाख मृत्यु का आंकड़ा 0.3% है. भारत में प्रतिलाख कम मृत्युदर और मामलों की संख्या कम रखने में बड़ी भूमिका लॉक डाउन की रही. सोशल डिस्टेंसिंग को सोशल वैक्सीन की तरह इस्तेमाल करें. आईसीएमआर महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि 612 लैब्स में इस वक्त परीक्षण हो रहे हैं. बीते तीन महीने में टेस्ट क़ई गुना बढ़ाये गए हैं. साथ ही इसका दायरा भी बढ़ाया गया है.

हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन के इस्तेमाल में फिलहाल कोई नुकसान नहीं- ICMR

आईसीएमआर ने हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन को लेकर कहा कि कोविड एक नई बीमारी है. किसी को ठोस पता नहीं है कि इसका सटीक इलाज क्या है. बायलोजिकल पलॉजीबिलिटी के कारण औरहमने भी इन विट्रो टेस्ट किए थे. माना कि इसके एन्टी वायरल गुण हैं. एम्स और दिल्ली के तीन निजी अस्पताल में एक कंट्रोल्ड स्टडी की थी. यह काम कर सकती है और इसके कोई बड़े दुष्प्रभाव नहीं हैं. इसके इस्तेमाल में फिलहाल कोई नुकसान नहीं हैं. साथ ही सलाह दी है कि इस दवा के इस्तेमाल के दौरान ईसीजी करें. फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर को हम इसे देना जारी रखें.