Coronavirus: देश में कोरोना वायरस महामारी से ठीक होने वाले कुछ लोगों में ब्लैक फंगस फैल रहा है. राजस्थान और तेलंगाना समेत कुछ राज्यों ने इसे महामारी घोषित कर दिया है. वहीं कई राज्यों ने इस बीमारी की रोकथाम के लिए जरूरी दिशा निर्देश जारी किए हैं. दिल्ली में आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ब्लैक फंगस बीमारी के बढ़ते मामलों को लेकर अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की है. यह फंगस मुख्य रूप से कोरोना से ठीक हो चुके लोगों को प्रभावित कर रहा है.


बैठक के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘’हमें इस बीमारी को बढ़ने से भी रोकना है और जिनको ये बीमारी हो रही है, उन्हें जल्द से जल्द बेहतर इलाज देना है.’’ उन्होंने कहा, ‘’इस बीमारी की रोकथाम और इलाज के लिए बैठक में कुछ अहम निर्णय लिए गए हैं.’’ यह फंगस मुख्य रूप से कोरोना से ठीक हो चुके लोगों को प्रभावित कर रहा है.


केजरीवाल सरकार ने क्या निर्णय लिए?


1- ब्लैक फंगस के इलाज के लिए LNJP, GTB और राजीव गांधी अस्पताल में सेंटर बनाए जाएंगे.


2- इसके इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं का पर्याप्त मात्रा में प्रबंध.


3- बीमारी से बचाव के उपायों को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाना.


ब्लैक फंगस पर हाई कोर्ट में सुनवाई


इससे पहले कल दिल्ली हाई कोर्ट ने केंद्र और दिल्ली सरकार से कहा कि वह ‘ब्लैक फंगस’ के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं की कमी के बारे में उसे अवगत कराए. हाई कोर्ट ने कहा कि सरकार को विस्तार से बताना होगा कि अड़चन कहां है और दवा की आपूर्ति अचानक कम कैसे हो सकती है जब इसे स्थानीय रूप से बनाया जा रहा है.


हाई कोर्ट ने कहा, “आपको बताना होगा कि अड़चन कहां है. हमें उसका समाधान करना चाहिए. इसकी आपूर्ति अचानक से कम कैसे हो सकती है, जब इसका उत्पादन स्थानीय स्तर पर हो रहा है. यह कृत्रिम कमी का मामला नहीं होना चाहिए जैसा कि पहले किया जा रहा था.” उन्होंने कहा, “किसी ने नहीं सोचा था कि हम दूसरी लहर से इतनी बुरी तरह प्रभावित होंगे.”


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