नई दिल्ली: मंगलवार को एक दिन में 28,498 कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आए. भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या नौ लाख से ज्यादा हो गई है. भारत कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या के मामले में दुनिया में तीसरे स्थान पर है, लेकिन केंद्र सरकार के मुताबिक भारत में दुनिया के बाकी देशों के मुकाबले हालात काफी बेहतर हैं. ये बात केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के हवाले से कही है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के ने बताया है कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन की 13 जुलाई को प्रकाशित सिचुएशन रिपोर्ट 175 के मुताबिक भारत में प्रति दस लाख आबादी पर ना सिर्फ केस कम है, बल्कि मौतें भी कम हुई हैं.
भारत में दस लाख की आबादी में सिर्फ 657 केस हैं, जबकि वैश्विक औसत 1638 है. वहीं, दुनिया के बाकी देशों में ये दर कहीं ज्यादा है. अमेरिका में प्रति दस लाख पर 9,746 मामले हैं, जबकि ब्राज़ील में 8,656, स्पेन में 5,431 और रूस में 5,028 है.
वहीं, भारत में प्रति दस लाख की आबादी में कोरोना संक्रमण की वजह से 17.2 मौत हुई है, जबकि वैश्विक औसत 73 है. वहीं, दुनिया के बाकी देशों में भारत के मुकाबले 7 से 14 गुना ज्यादा मौत हुई हैं. यूके में जहां प्रति दस लाख आबादी में 660 मौत हुई हैं इस संक्रमण से, वहीं स्पेन में 607, अमेरिका में 406, ब्राज़ील में 336 और मेक्सिको में 269 हैं.
वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में ना सिर्फ रिकवरी रेट काफी ज्यादा है, बल्कि मृत्यु दर दुनिया के कई देशों के मुकाबले काफी कम है. भारत में अब तक 5,71,459 मरीज संक्रमण से पूरी तरह ठीक हो चुके हैं. देश में रिकवरी रेट यानी संक्रमण से ठीक होने की दर 63.02 फीसदी है. वहीं, देश में 3,11,565 एक्टिव केस हैं, जिनका इलाज चल रहा है. ये कुल कोरोना संक्रमित मरीजों का 34.36 फीसदी है. एक्टिव केस और ठीक हो चुके मरीजों की संख्या में 2,59,894 का अंतर है.
भारत में कोरोना संक्रमण से मौत यानी मृत्यु दर 2.61 फीसदी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक ये हर दिन कम होती जा रही है वहीं ये दुनिया में सबसे कम है.
कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए लगातार हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाया जा रहा है. भारत में अब 1206 लैब हैं, जहां कोरोना का टेस्ट हो सकता है, जिसमें 853 सरकारी लैब हैं, जबकि 353 निजी लैब हैं. इन लैब में कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए तीन तरह के टेस्ट किए जा रहे हैं, आरटी पीसीआर, TrueNat और CBNAAT. वहीं भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए डेडीकेटेड कोविड-19 हॉस्पिटल, डेडीकेटेड कोविड-19 हेल्थ सेंटर और कोविड-19 केयर सेंटर बनाए गए हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक आने वाले दिनों में स्थिति और बेहतर होगी क्योंकि सरकार 3T पर फोकस कर रही है, यानी टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट. इसके अलावा कंटेनमेंट और क्लीनिकल मैनेजमेंट पर पूरा फोकस है.
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