India Coronavirus Cases Update: भारत ने SARS-CoV-2 वायरस के एक नमूने को सफलतापूर्वक अलग कर दिया है, जिसमें BF.7 शामिल है. यह ओमिक्रॉन वैरिएंट का एक सब-वेरिएंट है, जिसके चीन समेत कई देशों में कोविड-19 मामलों में उछाल के पीछे होने का शक है. 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' के मुताबिक, सरकारी सूत्रों ने कहा कि उपलब्ध टीकों के प्रभाव का आकलन करने के लिए अलग किए गए नमूने की जांच की जा रही है. एक सूत्र ने कहा, "वैज्ञानिक इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या वर्तमान में उपलब्ध टीके नए सब-वेरिएंट की वजह से होने वाले संक्रमण या गंभीर बीमारी को रोकने में प्रभावी हैं."
जुलाई से अब तक भारत में BF.7 वेरिएंट की वजह से कोविड-19 के चार मामले सामने आए हैं. सूत्रों ने कहा कि गुजरात से तीन मामले सामने आए हैं और ओडिशा से ऐसे एक मामले की पुष्टि हुई है. उन्होंने कहा कि चारों मरीज में इस वेरिएंट के कोई लक्षण नहीं थे या उनमें हल्के लक्षण थे. वे चारों बीमारी से उबर गए.
अहमदाबाद में मिला था पहला मरीज
पहला मामला जुलाई में दर्ज किया गया था, जहां अहमदाबाद में एक 60 साल के बुजुर्ग को कोविड पॉजिटिव पाया गया था और उसके नमूने में सब-वेरिएंट BF.7 दिखाया गया था. राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि उन्हें खांसी और हल्का बुखार था. अहमदाबाद में दूसरा मामला सोला इलाके के 57 वर्षीय व्यक्ति का था.
अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (AMC) के अधिकारियों ने कहा कि ठीक होने के बाद यह शख्स फिलहाल ऑस्ट्रेलिया में है. उन्होंने कहा कि मामले में करीबी संपर्कों ने कोई लक्षण विकसित नहीं किया है. उस व्यक्ति को हल्के बुखार के साथ सूखी खांसी भी थी. वडोदरा में, अमेरिका से आई 61 वर्षीय महिला के नमूने से सब-वेरिएंट पाया गया. वह 11 सितंबर को शहर आई थी और 18 सितंबर को उसका टेस्ट पॉजिटिव आया था. चूंकि उसमें कोविड से जुड़े लक्षण दिखे थे, इसलिए उसे टेस्ट कराने की सलाह दी गई थी.
क्या बोले एक्सपर्ट्स?
अधिकारियों ने कहा कि ओडिशा में, BF.7 सब-वेरिएंट एक 57 वर्षीय महिला में पाया गया. महिला ने कोविड टेस्ट कराया क्योंकि उसे अमेरिका की यात्रा करनी थी. उन्होंने कहा कि महिला में इसके कोई लक्षण नहीं थे. एक्सपर्ट्स ने कहा कि चीन, जापान और दक्षिण कोरिया सहित दुनिया के कई देशों में नए कोविड मामलों में उछाल के लिए सब-वेरिएंट जिम्मेदार है.
भारत को इसके असर का आकलन करने में कुछ और समय लगेगा. आईसीएमआर के एक एमेरिटस वैज्ञानिक डॉ एनके मेहरा ने कहा, "बीएफ.7 का प्रजनन मूल्य 10 से ज्यादा है, जिसका मतलब है कि वेरिएंट से संक्रमित एक व्यक्ति कम से कम 10 दूसरे लोगों को संक्रमित कर सकता है."
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