Coronavirus: कोरोना की दूसरी लहर ने युवाओं को बनाया निशाना, महाराष्ट्र और कर्नाटक में हुईं बड़ी संख्या में मौतें
महाराष्ट्र में दूसरी लहर के दौरान संक्रमण के मामले युवाओं में तेजी से बढ़ते हुए दिख रहे हैं. पहली लहर की तुलना में इस लहर में 30 साल से कम उम्र के युवा संक्रमित हो रहे हैं.कर्नाटक में पिछले दो महीनों में राज्य में कोरोना वायरस से 20 से 49 साल के 56 फीसदी लोगों की मौत हुई है. 20 से 49 साल की उम्र के 4432 पीड़ितों में से 2465 की मौत 17 मार्च से 17 मई के बीच हुई है.
Coronavirus Death: देश पिछले दो महीनों से कोरोना वायरस की दूसरी लहर से जूझ रहा है. इस लहर ने सबसे ज्यादा युवाओं को अपना निशाना बनाया है. दूसरी लहर के दौरान महाराष्ट्र और कर्नाटक में बड़ी संख्या में मौतें हुईं हैं. इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में बताया गया था कि कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित 11 राज्यों में युवा आबादी चपेट में आई है.
जनवरी से 9 मई के बीच 30 साल से कम उम्र के 651 लोगों की मौत
महाराष्ट्र में दूसरी लहर के दौरान संक्रमण के मामले युवाओं में तेजी से बढ़ते हुए दिख रहे हैं. पहली लहर की तुलना में इस लहर में 30 साल से कम उम्र के युवा संक्रमित हो रहे हैं. राज्य सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल जनवरी से 9 मई के बीच 30 साल से कम उम्र के 651 लोगों की मौत हुई. जबकि पिछले साल मार्च से दिसंबर के बीच 10 राज्यों में 30 साल से कम उम्र के 1117 लोगों की मौत हुई थी.
आईसीयू में ज्यादा युवा भर्ती- डॉक्टर
डॉक्टरों का कहना है कि दूसरी लहर में इन दिनों आईसीयू में ज्यादा युवा देखने को मिल रहे हैं. पहली लहर में आईसीयू में दाखिले की औसत आयु 50 साल से ज्यादा थी. डॉक्टरों का कहना है कि इस साल आईसीयू में आधे से कम उम्र के लोगों का मिलना असामान्य नहीं है. डॉक्टरों का यह भी कहना है कि इस बार कोरोना संक्रमण की अवधि लंबी है और इस बार नुकसान भी काफी हो रहा है.
कर्नाटक में 17 मार्च से 17 मई के बीच 2465 की मौत
दक्षिण राज्य कर्नाटक में भी कुछ ऐसे ही हालात हैं. पिछले दो महीनों में राज्य में कोरोना वायरस से 20 से 49 साल के 56 फीसदी लोगों की मौत हुई है. डॉक्टरों का कहना है कि ज्यादातर युवा कोविड लक्षण दिखाने के 8 से 11 दिनों के बाद अस्पताल में बिस्तर की तलाश करते हैं. जब संक्रमण हल्के से गंभीर हो जाता है. 20 से 49 साल की उम्र के 4432 पीड़ितों में से 2465 की मौत 17 मार्च से 17 मई के बीच हुई है.
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