नई दिल्ली: देश में पिछले करीब दो महीनों से कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर ने कहर बरपा रखा है. हालांकि अब नए मामलों में कमी दर्ज की जा रही है, लेकिन अभी भी खतरा बरकरार है. कोरोना के बाद अब सरकार को ब्लैक फंगस नाम की बीमारी ने चिंता में डाल दिया है. देश में ब्लैक फंगस के मामलों में बढोत्तरी के बाद खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने इसे नई चुनौती बताया है. जानिए अभी तक कौन कौन से राज्य ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर चुके हैं.
कहां-कहां ब्लैक फंगस महामारी घोषित?
- गुजरात
- राजस्थान
- पंजाब
- तेलंगाना
- तमिलनाडु
- उत्तर प्रदेश
- चंडीगढ़
महामारी घोषित होने पर क्या होता है?
बता दें कि जो राज्य किसी बीमारी को महामारी घोषित कर देते हैं फिर उन्हें केस, इलाज, दवा और बीमारी से होने वाली मौत का हिसाब रखना होता है. साथ ही सभी मामलों की रिपोर्ट चीफ मेडिकल ऑफिसर को देनी होती है. इसके अलावा केंद्र सरकार और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद यानी आईसीएमआर की गाइडलाइन्स का पालन करना होता है.
कौन-कौन सी कंपनियां बनाती हैं ब्लैक फंगस की दवा?
- माईलैन
- भारत सीरम
- बीडीआर फार्मा
- सन फार्मा
- सिपला
- लाइफ केयर
किन 6 और कंपनियों को इजाजत दी गई है?
- एमक्योर फार्मास्युटिकल्स
- नेटको फार्मा
- गूफिक बायोसाइंसेज लिमिटेड
- एलेंबिक फार्मास्युटिकल्स
- लाइका फार्मास्युटिकल्स
ब्लैक फंगस की दवा- एम्फोटेरिसिन-बी
देश में गहराया जानलेवा ब्लैक फंगस का संकट
बता दें कि देश में जानलेवा ब्लैक फंगस का संकट गहरा रहा है. अबतक इस बीमारी के कुल 7251 केस सामने आ चुके हैं. इनमें से 219 मरीज अपनी जान गंवा चुके हैं. सबसे ज्यादा ब्लैक फंगस के मामले महाराष्ट्र में आए हैं. इतनी संख्या में फंगस इन्फैक्शन पहले कभी नहीं देखा गया था, जितना कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अभी देखा गया है.
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