नई दिल्ली: भारत सरकार ने कोविड-19 के बचाव की कवायद में अतिरिक्त यात्रा प्रतिबंधों का एलान करते हुए अब अफगानिस्तान, फिलीपींस और मलेशिया से किसी भी यात्री के आने पर रोक लगा दी है. यह रोक तत्काल प्रभाव से लागू की गई है, जिसके चलते कई छात्रों समेत अनेक भारतीय फिलीपींस और मलेशिया में अटक गए हैं.


फिलीपींस में राष्ट्रपति रोड्रिगो ने राष्ट्रीय आपदा प्रावधानों को लागू कर दिया है. इससे पहले सरकार ने बाहर जाना चाह रहे सभी विदेशियों को 72 घंटे की मियाद में फिलीपींस छोड़ने को कहा था. एबीपी न्यूज़ को मिली जानकारी के मुताबिक आपात हालत के चलते जहां पूरा मनीला शहर लॉक डाउन है, वहीं इसके कारण कई भारतीय छात्र फंस गए हैं. इनमें भी ज़्यादातर जोनेल्टा फाउंडेशन स्कूल ऑफ मेडिसिन में पढ़ने वाले हैं.


इनमें से कुछ छात्रों ने इस बीत की शिकायत भी की है कि उन्हें मनीला स्थित भारतीय दूतावास से ज़रूरी मदद नहीं मिल पा रही हैं. जयपुर से मनीला पढ़ने गई एक छात्रा मीनाक्षी यादव ने अपना वीडियो साझा करते हुए बताया कि शहर बंद होने के बावजूद बड़ी मुश्किल से वो अपने कुछ दोस्तों के साथ दूतावास मदद मांगने गई थीं. मगर क्वारन्टीन में होने के कारण उन्हें सहायता नहीं मिल पाई. कुछ ऐसी ही शिकायत बिहार में बेतिया से पढ़ने गए मेडिकल छात्र मोहम्मद फयाज अहमद ने भी दर्ज कराई. मनीला से निकलकर भारत आने की कोशिश कर रहे कई छात्र मलेशिया की राजधानी क्वालालम्पुर के हवाई अड्डे पर भी अटके हैं.


इस बीच मनीला स्थित भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर कहा कि विदेश मंत्रालय इस समस्या का समाधान निकालने की कोशिश कर रहा है. लिहाज़ा धैर्य बनाए रखें. महत्वपूर्ण है कि फिलीपींस में बीते कुछ दिनों के दौरान कोविड-19 के मामलों में काफी बढ़ोतरी हुई है. ताज़ा जानकारी के मुताबिक फिलीपींस में अब तक 187 मामले दर्ज किए जा चुके हैं और बीते 24 घंटों के दौरान ही 45 नए मामले दर्ज किए गए हैं.


गत कुछ सालों में फिलीपींस भारत से मेडिकल की पढ़ाई करने वालों के लिए नया केंद्र बनकर उभरा है. कम लागत के कारण वहां बड़ी संख्या में छात्र पढ़ने जा रहे हैं.


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