स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक ईरान में बहुत से भारतीय भी हैं. ऐसे में उन्हें वापस लाने से पहले भी उचित जांच परीक्षण की जरूरत है. साथ ही ईरान में इस तरह की जाँच सुविधाएं न होने के कारण भारत ने सहायता के तौर पर भी इस तरह की परीक्षण लैब का प्रस्ताव दिया है.
महत्वपूर्ण है कि ईरान में करीब दो हजार से अधिक भारतीय हैं. इनमें कई नाविक, छात्र, पर्यटक और कामगार भी शामिल हैं. इन लोगों की भारत वापसी के विकल्प पर भी कवायद चल रही है. इसके लिए भारत और ईरान के बीच सीमित उड़ान सेवा बहाल करने पर बातचीत हो रही है. ताकि दोनों देशों में अटके एक दूसरे नागरिक वापस अपने घर आ सकें.
कोरोना वायरस संकट के मद्देनजर भारत ने 27 फरवरी को ईरान से सभी उड़ान सेवाएं रद्द कर दी थी. इसके कारण ईरान से आने वाले कई लोगों को भी अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा है. गौरतलब है कि भारत जांच परीक्षण के लिए पड़ोसी मुल्क अफगानिस्तान और नेपाल को भी इस तरह की सुविधाएं दे रहा है.
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