हैदराबादः भारत के पहले स्वदेशी कोविड-19 टीके को भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) से मानव पर परीक्षण की अनुमति मिल गई है. ‘कोवैक्सिन’ नामक टीके का विकास भारत बायोटेक ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) के साथ मिलकर विकसित किया है.


देश में अगले महीने से इस टीके का पहले और दूसरे चरण का परीक्षण शुरू होगा. कंपनी ने एक बयान में कहा कि टीके के विकास में आईसीएमआर और एनआईवी का सहयोग महत्वपूर्ण रहा.


बता दें कि अब तक कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए किसी भी प्रकार की वैक्सीन का आविष्कार नहीं हो पाया है. वहीं कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है. देश में अबतक पांच लाख से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं.


देश में अबतक 548318 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है. जिसमें से अबतक तीन लाख से ज्यादा का इलाज सफल रहा हैं, वहीं दो लाख से ज्यादा संक्रमित अपना इलाज करवा रहे हैं. कोरोना से अबतक देश में 16 हजार लोगों की जान जा चुकी है.


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