नई दिल्लीः कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम ही नहीं ले रहा. इस वायरस से दुनिया करीब एक साल से जूझ रही है. अब तक दुनिया में कोरोना से संक्रमित होने वालों का आंकड़ा 6 करोड़ के करीब पहुंच गया है. 13 लाख से ज्यादा लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है. जानकारों की मानें तो सर्दियों के बढ़ने पर कोरोना का कहर बढ़ सकता है. भारत की बात करें, तो अब तक यहां 90 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. राहत की बात यह है कि देश में 84 लाख लोग रिकवर हो चुके हैं.


हालांकि पिछले एक सप्ताह से राजधानी दिल्ली समेत कुछ राज्यों में हालात बिगड़ते नजर आ रहे हैं. लगातार सरकारें इसकी रोकथाम के लिए नियम बना रही हैं. अगर हालात पर काबू नहीं पाया गया, तो दुनिया एक बार फिर लॉकडाउन का सामना कर सकती है. कुछ देशों ने तो दोबारा लॉकडाउन लागू भी कर दिया है. वहीं कुछ इस पर गहनता से विचार कर रहे हैं.


क्या है देश की स्थिति


राजधानी दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में सर्दियों की शुरुआत होते ही कोरोना के मामले में एक बार फिर बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. हालत यह है कि इन सभी राज्यों ने दोबारा पाबंदियां लगाना शुरू कर दी हैं. हाल ही में दिल्ली सरकार ने एक बार फिर समारोह में अधिकतम 50 लोगों की सीमा तय कर दी है. हर राज्य अपने स्तर से कोरोना को रोकने के लिए पाबंदियां लागू कर रहा है. एक नजर कुछ राज्यों पर डालते हैं.   


यूपी के हापुड़ जिले के गढ़मुक्तेश्वर में 25-30 नवंबर तक लॉकडाउन लगाया गया है. इससे गंगा किनारे लोगों की भीड़ को रोकने का प्लान है. ज्यादा भीड़ होने पर कोरोना फैलने की आशंका है. इस साल कार्तिक पूर्णिमा 30 नवंबर को है और उसमें भारी भीड़ होने का अनुमान था. इसलिए यह कदम उठाया गया.


गुजरात के अहमदाबाद में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए आगामी शुक्रवार से निगम सीमा के अंतर्गत 57 घंटे का कर्फ्यू लगाया जाएगा. साथ ही स्थिति को देखते हुए राज्य में स्कूल, कॉलेज खोलने पर भी रोक लगा दी है. अहमदाबाद शहर में शुक्रवार रात 9 बजे से कर्फ्यू शुरू होगा, जो सोमवार सुबह 6 बजे तक जारी रहेगा.


राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण की दर बेहद तेज है. सरकार ने शादी समारोह में लोगों की संख्या सीमित कर दी है. छठ पूजा पर नदियों और तालाबों पर जाने पर भी पाबंदी लगाई गई है. अगले कुछ दिनों में अगर कोरोना की रफ्तार कम नहीं हुई, तो दिल्ली में सख्त पाबंदियां लगाई जा सकती हैं.


मध्य प्रदेश में भी केस तेजी से बढ़ रहे हैं. शुक्रवार को सरकार इसके मद्देनजर हाई-लेवल मीटिंग करेगी. इसमें राज्य में कोरोना की स्थिति की समीक्षा होगी. इस बैठक में पाबंदियों को लेकर कुछ अहम निर्णय लिए जा सकते हैं. कुछ शहरों में लॉकडाउन भी लगाया जा सकता है.


क्या है दुनिया की स्थिति


अमेरिका में कोरोनावायरस के सबसे ज्यादा 1.20 करोड़ मामले हैं. यहां संक्रमण की रफ्तार दोबारा बढ़ गई है. ऐसे में यहां के ओहियो प्रांत में 21 दिन का कर्फ्यू लगाया गया है।


स्कॉटलैंड में भी स्थिति काबू में करने के लिए सरकार ने पांबदियां लागू कर दी हैं. लोग एक शहर से दूसरे शहर नहीं जा सकते. स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे. साथ ही होटल केवल शाम 6 बजे तक खोले जाएंगे. सरकार ने कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में घर छोड़ने वालों को गिरफ्तार करने का प्रावधान किया है.


ब्रिटेन की सरकार ने क्रिसमस के पर्व पर कुछ दिनों की छूट दी है. आपको बता दें कि यहां सरकार एक महीने के लॉकडाउन का ऐलान कर चुक है. अभी वेल्स, ग्रेटर मैनचेस्टर, लिवरपूल सिटी, लंकाशायर, साउथ यॉर्कशायर और स्कॉटलैंड में लॉकडाउन लगाया है.


फ़्रांस सरकार ने देश के 9 शहरों में कर्फ्यू लगाने का ऐलान किया है. इन शहरों में राजधानी पेरिस भी शामिल है. बाहर निकलने पर भी जुर्माना लगाया जाएगा.


जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल ने भी यहां बार और रेस्टोरेंट जल्दी बंद करने का आदेश दिया है. लोगों के जुटने पर भी यहां पाबंद लगाई गई है. मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य है.


ऑस्ट्रेलिया ने भी 10 दिनों का लॉकडाउन घोषित किया है. इसके अलावा इटली, फ्रांस, ऑस्ट्रिया, पुर्तगाल समेत कई देश भी ऐसे ही प्रतिंबध लगा चुके हैं. इटली और बेल्जियम में एक महीने तक होटल, रेस्टोरेंट बंद करने के आदेश दिए गए हैं.