नई दिल्ली: चीन में कोरोना वायरस का कहर जारी है. अफवाह ये है कि कोरोना वायरस चीन के वुहान के लैब से ही निकला है. इसपर भारत में चीन के राजदूत सुन वीदोंग ने कहा कि यह वायरस प्रकृति से आया है और मानव निर्मित नहीं है. उन्होंने कहा कि इस वायरस के बारे में अभी पूरी जानकारी नहीं है. हम कहना चाहते हैं कि वायरस खतरनाक है लेकिन भरम और अफवाहें और भी खतरनाक हैं.
चीन के राजदूत ने कहा कि इन हालात के बीच भारत और चीन लगातार संवाद बनाए हुए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग को चिट्ठी लिखी. भारतीय विदेश मंत्री ने भी चीन के स्टेट कॉन्सुलर वांग ई के साथ फोन पर बात की थी. भारत के किसी भी नागरिक को कोरोना वायरस नहीं है. खासतौर पर छात्रों का ध्यान रखा जा रहा है. उन्हें नियमित भोजन और मास्क जैसे समान पहुंचाए जा रहे हैं.
राजदूत ने कहा कि हमने कोरोना वायरस पर नियंत्रण के लिए 80 अरब आरएमबी आवंटित किए हैं. चीन ने कोरोना वायरस को रोकने के लिए बहु-स्तरीय नियंत्रण और रोकथाम तंत्र बनाया है. चीन को पूरा विश्वास है कि वह कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई को जीतेगा. हुबेई प्रांत के बाहर कोरोना वायरस के पुष्ट मामलों की संख्या में कमी आई है.
सुन वीदोंग ने कहा कि कोरोना वायरस नियंत्रण में आने लगी है. चीन में हुबेई से बाहर वायरस के मामलों में बीते लगातार 14 दिन से गिरावट दर्ज की जा रही है. मृत्यु दर 2.29 फीसद के स्तर पर है. हर रोज सामने आने वाले मामले अब 5000 प्रतिदिन से घटकर 2000 हो गए हैं. यह बताता है कि यह बीमारी नियंत्रण के दायरे में है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वुहान में 10 दिन के भीतर 10 मोबाइल हॉस्पिटल बनाए गए हैं जो हर दिन सात हरार लोगों को अटेंड कर रहे हैं. प्रयास हैं कि किसी भी व्यक्ति को अन अटेंडेड न छोड़ा जाए. 16000 लोगों की मदद से वुहान में हर घर का सर्वेक्षण किया है ताकि मरीजों का पता लगाया जा सके. गौरतलब है कि चीन में कोरोना वायरस से अबतक एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.